आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक बार फिर भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि देश की जनता लोकसभा चुनाव में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी भाजपा सरकार के अन्याय, अत्याचार के खिलाफ वोट करेगी।
ईडी, सीबीआइ व इन्कम टैक्स के छापों के बल पर की वसूली
सपा सुप्रीमो ने दावा किया कि बीजेपी सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग किया। ईडी, सीबीआइ और इन्कम टैक्स के छापों के बल पर वसूली की। देश के इतिहास में इस तरह की वसूली कभी नहीं हुई। भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर किया है। संविधान विरोधी काम किया है। सपा मुखिया ने कहा कि इलेक्टोरल बॉण्ड के मामले में देशभर में भाजपा की वसूली की पोल खुल चुकी है। चंदा के नाम पर वसूली हुई, पैकेज लिया गया। भाजपा के पास इसका कोई जवाब नहीं है।
अखिलेश यादव ने आज सपा के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में मीडिया से कहा कि भाजपा सरकार ने ईडी, सीबीआइ और इन्कम टैक्स के जरिए विपक्षी दलों के नेताओं को प्रताड़ित किया, बदनाम किया। भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव बनाया, पार्टियों को तोड़ने का काम किया। जनता सब देख रही है। लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा के खिलाफ खड़ी होगी। जनता ही देश में लोकतंत्र बचाएगी। भाजपा विपक्षी नेताओं पर दबाव बना कर पार्टी में तो शामिल करा सकती है, लेकिन जनता को शामिल नहीं करा सकती है।
सपा नेता-कार्यकर्ताओं को रहना होगा सतर्क
हमला जारी रखते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को सतर्क रहना होगा। पार्टी के नेता-कार्यकर्ता चुनाव में हर स्तर पर ध्यान रखे और निगरानी करें। भाजपा देश की हर संवैधानिक संस्था को कमजोर कर रही है। यह लोकसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। इस चुनाव में भाजपा को हराने से चूक गये तो जनता आने वाले समय में वोट नहीं डाल पायेगी। भाजपा जनता के अधिकार छीन रही है।
सरकारी विभागों में लाखों पद खाली है, लेकिन…
बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी व योगी सरकार को घेरते हुए पूर्व सीएम ने कहा भाजपा सरकार ने नौजवानों का भविष्य बर्बाद किया है। सरकारी विभागों में लाखों पद खाली है, लेकिन नौकरियां नहीं दी। वर्षों से नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र निराश और हताश है। भाजपा सरकार की नीयत युवाओं को नौकरी देने की नहीं है। भाजपा जानबूझ कर पेपर लीक कराती है।
साथ ही कहा कि भाजपा सरकार के रहते युवाओं को न नौकरी मिलेगी और न आरक्षण मिलेगा। यही युवा, नौजवान लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया कर देगा। 69 हजार सहायक शिक्षक अपना आंदोलन स्थगित कर तमाम चुनाव क्षेत्रों में फैल जाएं और भाजपा सरकार को हटाने में जुट जाएं। भाजपा की सत्ता से बेदखली के बाद ही शिक्षकों की समस्याओं का समाधान होगा और नौजवानों की जिंदगी से अंधेरा छटेगा।