आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 55वीं पुण्यतिथि के मौके पर सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय पर उन्हें श्रद्धा के साथ किया गया। इस दौरान जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ ही कांग्रेस के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर भी पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी।
न केवल देश को आजादी दिलायी बल्कि देश के नवनिर्माण की नींव भी रखी
इस मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विधायक आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात की है कि हम उस पार्टी के सिपाही हैं, जिसके तिरंगे झण्डे को लेकर पंडित नेहरू और गांधी जी ने अपने त्याग और बलिदान से न केवल देश को आजादी दिलायी बल्कि इस देश के नवनिर्माण की नींव रखी। उस समय जिस भारत की स्थिति एक सुई के निर्माण की नहीं थी वहां भाखड़ा नांगल, रिहंद, माता टीला, सरदार सरोवर जैसे बड़े बांधों का निर्माण कराया। चुर्क और डाला की सीमेंन्ट फैक्ट्री, राउरकेला, भिलाई, बोकारो आदि में स्टील के बड़े कारखाने, परमाणु केंद्र की स्थापना, आइआइएम, एम्स, आइआइटी की स्थापना सहित समुन्नत कृषि विकास, जमींदारी भूमि विनाश कानून जैसे क्रांतिकारी फैसलों से मजबूत अखण्ड भारत की नींव भी रखी। जिसके चलते आज पूरी दुनिया के सामने भारत आर्थिक, राजनीतिक एवं सामरिक क्षेत्र में सुदृढ़ ताकत के रूप में अपना स्थान बना चुका है।
…राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सर्वोत्तम फैसला था
वहीं पूर्व मंत्री राजबहादुर ने कहा कि पंडित नेहरू बहुत भाग्यशाली थे कि उन्हें दो बहुत बड़ी भूमिका निभाने का मौका मिला, एक देश को आजादी दिलाने का और दूसरा देश को मजबूत बनाने का, इन दोनों भूमिकाओं का उन्होंने बखूबी निर्वहन कर अपने आपको साबित किया कि प्रधानमंत्री के रूप में उनका का चयन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सर्वोत्तम फैसला था।
कांग्रेस को देश में नंबर एक की ताकत बनाने में लगाने का लें संकल्प
वहीं नेहरू को याद करते हुए पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं से आवाहन किया कि एक-एक कार्यकर्ता अपने बूथ और उसके लिए तय की गयी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करते हुए कांग्रेस को देश में नंबर एक की ताकत बनाने में लगाने का आज संकल्प ले, यही पंडित जवाहर लाल नेहरू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पंडित नेहरू के विचारों और आदर्शों का ही परिणाम
पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह ने कहा कि पूरी दुनिया में जिस विचारधारा, विजन और विदेश नीति के लिए भारत को एक गंभीर राष्ट्र के रूप में सराहा जाता है यह सब पंडित नेहरू के विचारों और आदर्शों का ही परिणाम है।
विचारधारा को खत्म करने का किया जा रहा कुत्सित प्रयास
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक सतीश अजमानी ने कहा कि पंडित नेहरू के विचारों और उनके बताये रास्ते पर चलते हुए देश को मजबूत बनाने का आवाहन कर कहा कि आज सबसे बड़ा संकट उनकी विचारधारा को खत्म करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। इसके विरूद्ध हमें पूरी दृढ़ता के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष के लिए जुटना होगा।
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इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ला, दिग्विजय सिंह, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, द्विजेन्द्र त्रिपाठी, सुबोध श्रीवास्तव, प्रदीप सिंह, डॉ. अनूप पटेल, अनीस अंसारी व अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया। इस दौरान पूर्व एमएलसी हरीश बाजपेयी, डॉ. आरपी त्रिपाठी, वीरेंद्र मदान, पीयूष मिश्रा, प्रियंका गुप्ता, रफत फातिमा, अयाज खान अच्छू, आरती बाजपेयी, नूतन बाजपेयी, प्रदीप कनौजिया, वेद प्रकाश त्रिपाठी, शमशाद आलम, डीआर सिंह व विजय सक्सेना समेत कांग्रेस के अन्य नेता भी मोजूद रहें।