आरयू ब्यूरो, लखनऊ। चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में लंबे समय से फरार चल रहे भगोड़ा पूर्व सांसद धनंजय सिंह का क्रिकेट खेलते हुए एक वीडियो सामने आया है। सार्वजनिक तौर पर मैच का उद्घाटन करने के इस वीडिया को ट्विट करते हुए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सीएम पर तंज कसा है।
अखिलेश ने मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा है कि बाबा जी आइपीएल की तर्ज पर आप भी माफिया भाजपा लीग (एमबीएल) शुरू कर दें। हत्या जैसे संगीन मामले में 25 हजार का ईनाम होने के बावजूद एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की तरह काम कर रही यूपी पुलिस द्वारा धनंजय सिंह पर हाथ नहीं डालने से पुलिस पर भी सवाल उठ रहें हैं।
इस मामले को लेकर अखिलेश ने आज धनंजय सिंह का एक वीडियो ट्विट करते हुए तंज कसा कि भाजपा का काम, अपराधी सरेआम। बाबा जी अपने करीबी नालबद्ध माफियाओं के टॉप टेन की सूची बनाकर एक टीम बना लें और आइपीएल की तरह एक ‘एमबीएल’ मतलब ‘माफिया भाजपा लीग’ शुरू कर दें। शहर के पुलिस कप्तान तो उनके लिए पिच बिछाए बैठे ही हैं और टीम कप्तान वो खुद हैं ही… हो गए पूरे ग्यारह।
सरकार के बुलडोजर को नहीं मालूम इनका पता
दूसरी ओर धनंजय सिंह के वीडियो को ट्विट करते हुए सपा ने भी कहा है कि फर्क साफ है! मुख्यमंत्री से जुड़े माफिया ‘खेल’ रहे क्रिकेट। 25000 के इनामी माफिया धनंजय सिंह सत्ता के संरक्षण में पुलिस की नाक के नीचे ले रहे खुले आसमान के नीचे खेल का मजा। “डबल इंजन” सरकार के बुलडोजर को नहीं मालूम इनका पता।
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नहीं जारी की टॉप टेन अपराधियों की सूची
वहीं आज अपने एक बयान में भी अखिलेश ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जहां तक कानून-व्यवस्था की स्थिति है भाजपा राज में सत्ता के संरक्षण में अपराधियों का बोलबाला है। असामाजिक तत्व व अपराधी पुलिस के सायें में खेल-खेलते दिखाई देता है। भाजपा सरकार ने अब तक टाप टेन अपराधियों की सूची भी नहीं जारी की हैं। भाजपा राज में किसानों पर जीप चढ़ाकर कुचल देने वाला मंत्री अभी तक नहीं हटाया गया है। भाजपा के अंधेरराज का यही परिचय है।
नफरत फैलाना-समाज को बांटना भाजपा का सबसे प्रिय काम
सपा अध्यक्ष ने हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा का सबसे प्रिय काम नफरत फैलाना है, समाज को बांटना है। समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में सद्भाव कायम रखा। समाज के सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा, कोई भेदभाव-पक्षपात नहीं किया। भाजपा ने किसानों, नौजवानों, व्यापारियों सभी को धोखा दिया। अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। भाजपा शासन के 2017 से कार्यकाल में विकास अवरूद्ध रहा है। भाजपा और समाजवादी पार्टी की सरकारों में यही फर्क साफ है।
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साथ ही अखिलेश ने मीडिया से यह भी कहा है कि बेरोजगार नौजवान सरकारी विभागों में खाली पदों पर भर्ती की मांग को लेकर लगातार आंदोलित है। वे ताली-थाली बजाकर भाजपा के विदाई गीत गा रहे हैं। समाजवादी सरकार में ही पुलिस पीएसी में भर्तियां हुई थी। शिक्षकों को सम्मान मिला। भाजपा राज में उन्हें लाठियां मिल रही हैं। भाजपा- समाजवादी पार्टी में यही फर्क दिखाई देता है। जिस डायल 100 को समाजवादी सरकार ने जनता की सेवा, सुरक्षा और बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए बनाया था उसका नाम भाजपा सरकार ने 112 कर दिया फिर उससे सवारी ढोने का काम लिया जाने लगा है।
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भाजपा का काम ~ अपराधी सरेआम!
बाबा जी अपने करीबी नालबद्ध माफ़ियाओं के टॉप टेन की सूची बनाकर एक टीम बना लें और आईपीएल की तरह एक ‘एमबीएल’ मतलब ‘माफिया भाजपा लीग’ शुरू कर दें। शहर के पुलिस कप्तान तो उनके लिए पिच बिछाए बैठे ही हैं और टीम कप्तान वो ख़ुद हैं ही… हो गए पूरे ग्यारह. pic.twitter.com/VAEmbUiUEC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 5, 2022