आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कौशल विकास मंत्रालय की संरचना का इस प्रकार विकास किया गया है, जिससे निजी क्षेत्र में भी व्यापक रोजगार पैदा हो सकें।
ये बातें रविवार को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने जय नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय (केकेसी) में आयोजित रोजगार मेला में कही। तीन दिवसीय मेला के अंतिम दिन दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा स्टार्ट अप इण्डिया, मेक इन इण्डिया, स्टैण्ड अप इण्डिया एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरूआत की गयी है, जिसके तहत देश के नौजवानों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
डिप्टी सीएम ने शिक्षा क्षेत्र की बात करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा एवं महाविद्यालयों में शिक्षकों के लगभग डेढ़ लाख खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ चल रही है।
महाविद्यालयों में भी किया जाएगा रोजगार मेला का आयोजन
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती हेतु लिखित परीक्षा के माध्यम साथ चयन की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही नौजवानों को पर्याप्त रोजगार के अवसर देने के लिए अब महाविद्यालयों में भी रोजगार मेला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाला समय नौजवानों के लिये सुनहरा भविष्य लेकर आ रहा है।
तीन हजार से ज्यादा युवाओं को दिया गया नियुक्ति पत्र
रोजगार मेला की उपलब्धि गिनाते हुए दिनेश शर्मा बोले कि इस तीन दिवसीय रोजगार मेला के अवसर पर विभिन्न क्षेत्र की 80 से अधिक कंपनियों और 12 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि रोजगार मेला के माध्यम से पांच हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार हेतु परामर्श दिया गया, जबकि तीन हजार से अधिक नौजवानों को जॉब के लिए शार्ट लिस्ट करते हुये नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये हैं।
दस लोगों को मिला मुद्रा लोन
इस मौके पर दस लोगों को 50-50 हजार रूपये का मुद्रा लोन भी उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रत्येक व्यक्ति के लिये रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हों और कोई भी नवयुवक बेरोजगार न रहे। इस अवसर पर महेंद्रा ग्रुप के प्रबंध निदेशक नवीन कुमार जैन, जयकांत सिंह, केकेसी के प्राचार्य प्रो. एस.डी. शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहें।