आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। परीक्षा पास करने के बाद भी 68500 सहायक शिक्षकों की भर्ती से बाहर किए गए हजारों अभ्यर्थियों ने रविवार को दूसरे दिन निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय पर हाथ जोड़कर प्रदर्शन और नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस से झड़प में कई अभ्यर्थी बेहोश भी हो गए। अभ्यर्थियों ने आज सड़क जाम कर भी प्रदर्शन किया। जबकि पुलिस ने वहां से भी लाठी पटकर उन्हें खदेड़ दिया। दूसरी ओर पुलिस की कार्रवाई से अभ्यर्थियों में काफी रोष व्याप्त है।
सुबह शुरू हुए प्रदर्शन के कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें वहां से हटने को कहा। हालांकि अभ्यर्थी ये कहकर डंटे रहें कि वो लिस्ट जारी होने के बाद ही एससीईआरटी परिसर छोड़ेंगे। घंटों की बातचीत के बाद महानगर समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और अभ्यर्थियों को वहां से जबरन खदेड़ना शुरू कर दिया।
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नूरा-कुशती के दौरान कई महिला अभ्यर्थियों के साथ ही पुरुष अभ्यर्थी रो पड़े। घंटों चली खीचतान के बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों को परिसर से खदेड़ दिया। इस दौरान भी कई अभ्यर्थी बेहोश हो गए। लोगों ने रायबरेली के आशीष गुप्ता समेत अन्य अभ्यर्थियों को अस्पताल पहुंचाया। जहां उनकी हालत खतरे से बतायी जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना था कि पुलिस ने उनकी पिटाई भी की है, जिसमें बलिया के अखिलेश वाराणसी के आशीष गुप्ता समेत कई अन्य अभ्यर्थियों को चोंटें आयीं हैं।
वहीं एससीईआरटी परिसर से खदेड़ने के बाद पुलिस ने वहां का गेट बंद करा दिया। जिसके बाद अभ्यर्थियों ने सड़क जामकर “भर्ती दो या अर्थी दो” और “क्योंकि हम सामान्य हैं, इसलिए अमान्य हैं” जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। पुलिस ने एक बार फिर मोर्चा संभालते हुए प्रदर्शनकारियों से लाठी के बल पर सड़क खाली करायी। देर शाम तक लिस्ट नहीं जारी होने और पुलिस की कार्रवाई को लेकर अभ्यर्थियों में जबरदस्त रोष व्याप्त है।
इससे पहले आज सुबह राज्य मंत्री शिक्षा अनुपमा जयसवाल ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि “सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2018” के अंतर्गत उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में अब कोई भेद भाव नहीं। जिन्होंने आवेदन किया था, सभी को नियुक्ति पत्र मिलेगा। आज अवकाश के दिन भी एनआइसी द्वारा लिस्ट अपडेट करी जायेगी।
जबकि इस बारे में अभ्यर्थियों का कहना था कि उन लोगों को धोखा दिया जा रहा है, एनआइसी आज बंद है, इसलिए वो लोग बिना लिस्ट देखें लखनऊ नहीं छोड़ने वाले हैं। चाहे पुलिस-प्रशासन कितनी ही ज्यादती क्यों न कर ले।
वहीं इस बारे में सीओ महानगर का कहना था कि अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने की बात अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा और शिक्षा मंत्री की ओर से घोषित की जा चुकी है। इसके बाद भी वो लोग प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें गांधीवादी तरीके से एससीईआरटी परिसर और सड़क से हटाया गया है। इस दौरान पुलिस ने किसी भी प्रदर्शनकारी पर लाठी नहीं चलाई है।