EVM की सुरक्षा को लेकर मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी से मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल, अधिकारियों पर लगाएं संगीन आरोप, उठाई ये मांगें

ईवीएम में गड़बड़ी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में मिलने पहुंचा सपा का प्रतिनिधिमंडल।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। 23 मई को आने वाले लोकसभा चुनाव के परिणाम से पहले ईवीएम लगातार संगीन आरोपों के घेरे में बनी हुई है। तमाम विपक्षी दल ईवीएम में गड़बड़ी कर भाजपा को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं। इन सबके बीच मंगलवार को सपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी लखनऊ में मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर मऊ जनपद के लोकसभा क्षेत्र घोसी के चुनाव में प्रयोग हुई ईवीएमों के साथ जिला प्रशासन द्वारा छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। साथ ही सपा नेताओं ने अन्‍य गंभीर आरोप लगाते हुए जनपद इलाहाबाद और हापुड़ में सपा के साथ पक्षपात किए जाने की भी बात कही है।

सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी के नेतृत्‍व में मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल ने मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि घोसी में चुनाव के बाद 20 मई की रात मंडी समिति के स्ट्रांग रूम में ईवीएम रखी गयी थी, इसके बाद भी स्‍ट्रांग रूम के आसपास संदिग्ध वाहनों एवं व्यक्तियों के आवागमन की सूचना दिए जाने के बावजूद वहां मौजूद एसपी मऊ सुरेंद्र बहादुर ने सपा के जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव के साथ आए कार्यकर्ताओं पर लाठियां चला दी।

ईवीएम की सुरक्षा के लिए सिर्फ दो व्यक्तियों को अनुमति

साथ ही मऊ जिला प्रशासन द्वारा ईवीएम की सुरक्षा के लिए सिर्फ दो व्यक्तियों को अनुमति दी गई है, जबकि मंडी स्थल पर तीन गेट हैं, जिनकी आठ-आठ घंटे सुरक्षा के लिए 36 व्यक्तियों की आवश्यकता है, लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी जा रही है। प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा के इशारे पर ईवीएमों में छेड़छाड़ और पुलिस अधीक्षक मऊ के कृत्य की जांच तथा आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है।

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प्रतिनिधिमण्डल ने अपने ज्ञापन में यह भी कहा है कि मतगणना केंद्रों में आर.ओ. तथा एआरओ टेबुल पर एजेंटों को कलकुलेटर की अनुमति दिया जाना चाहिए। लोकसभा क्षेत्रों के विधानसभा क्षेत्रों पर पड़े मतों का क्षेत्रवार विवरण उपलब्ध कराया जाए।

समर्थकों के लिए टेंट का स्थान किया जाए सुनिश्चित

इसके अलावा मतगणना स्थल पर 23 मई को मतगणना के दिन प्रत्याशियों के समर्थकों के लिए टेंट लगाने का स्थान सुनिश्चित किये जाने की भी आज मांग की है। साथ ही एआरओ मेज पर मतगणना अभिकर्ता बैठाने की अनुमति भी मांगी है।

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सत्तारूढ़ दल के पक्ष में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग पर अंकुश लगाकर…

वहीं राजेंद्र चौधरी ने मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी से ये भी कहा कि जनता का लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर विश्‍वास कायम रखने के लिए 23 मई को पूरे राज्य के 80 लोकसभा क्षेत्रों के मतगणना केंद्रों पर किसी प्रकार की धांधली की संभावना नहीं होनी चाहिए। इस लोक उत्सव में सत्तारूढ़ दल के पक्ष में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग पर अंकुश लगाकर पारदर्शिता को बरकरार की व्यवस्था किया जाये। प्रतिनिधिमण्डल में राजेंद्र चौधरी के अलावा सपा विधायक शैलेंद्र यादव ‘ललई‘ और राकेश प्रताप सिंह भी शामिल थे।

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