गलवान शहीद जवानों को कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि, प्रमोद तिवारी बोले मोदी सरकार की कमजोरियों के चलते 26 पेट्रोलिंग प्वाइंट खो चुके

गलवान शहीद
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच 2020 में हुई झड़प को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता व सांसद प्रमोद तिवारी ने तीन साल पहले गलवान घाटी में शहीद होने वाले भारतीय सेना के 20 जवानों को  श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मोदी सरकार की कमजोरियों के चलते वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले तीन सालों में पूर्व की यथास्थिति अब नहीं है, हम 65 में से 26  पेट्रोलिंग प्वाइंट पर अपना अधिकार खो चुके हैं।

प्रमोद तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस ने संसद में कई बार यह प्रकरण उठाने की कोशिश की है मगर मोदी सरकार देशवासियों को अंधेरे में रखना चाहती है। गलवान घाटी पर मोदी जी की क्लीन चिट की वजह से चीन अपने नापाक इरादों में सफल होता दिख रहा। यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा तथा देश की एकता और अखण्डता पर गहरा आघात है। मोदी सरकार की लाल आंख धुंधली पड़ गयी है जिस पर उन्‍होंने चीनी चश्‍मा पहन रखा है ।

हमें भारतीय सेना पर नाज

साथ ही कांग्रेस नेता ने नरेंद्र मोदी के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि न तो चीनी सैनिक हमारी सीमा के अंदर आये थे ओर न ही हमारी कोई पोस्ट व चैकी पर उन्होंने कब्जा किया था। तो फिर एक सवाल उठता है कि फिर हमारे 20 वीर जवानों की शहादत कैसे हु? जिन्होंने भारत माता की एकता और अखण्डता के लिये अपने प्राणों की आहुति दी। हमें भारतीय सेना पर नाज है, हमारी सेना अजेय और दुनिया की सबसे पराक्रमी सेना है मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमजोरी के कारण हमारे 20 वीर सैनिकों को शहादत देनी पड़ी ।

हम दो हमारे दो की जोड़ी के गृह मंत्री

प्रमोद तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि हम दो- हमारे दो की जोड़ी के गृह मंत्री अमित शाह जी मणिपुर गये थे, और तीन दिनों तक उन्होंने ‘‘चाणक्य नीति’’ के तहत मंथन, चर्चा और फार्मूले बनाये। काफी प्रचार-प्रसार करके यह बताया गया कि मणिपुर में शांति के लिये एक फार्मूला निकल आया है जो सभी को स्वीकार्य है। किन्तु वास्तविकता यह है कि मणिपुर उसके बाद कभी शांत नहीं रहा। कल क्रूरता व बर्बरता के साथ खुलेआम एक ही समुदाय के नौ लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी और दस लोग गोलियों से गम्भीर रूप से घायल हुए, यही नहीं मणिपुर मे एक मंत्री का घर भी दिन दहाड़े जला दिया गया।

भाजपा सरकार चीन से व्यापार बढ़ा रही

प्रमोद तिवारी ने आज यह भी कहा कि मणिपुर में पूरी तरह उग्रवादियों की गतिविधियां उग्र रूप से कायम हैं। असम और मेघालय की सीमा पर गोलियां चल रही है, अरुणांचल प्रदेश की सीमा पर मॉडल गांव बसाये जा रहे और हमारे  प्रधानमंत्री खामोश है। चुप्पी साधे हैं और भाजपा सरकार चीन से व्यापार बढ़ा रही और गुजरात बुलाकर झूला-झुला रही है। यह गंभीर चिन्ता का विषय है, और देश की सुरक्षा के लिये खतरनाक है।

यह भी पढ़ें- प्रियंका का मोदी सरकार पर हमला, 20 जवानों के शहीद होने पर कठोर संदेश देने की जगह सरकार ने चीनी कंपनी को ठेका दे टेके घुटने