गाजीपुर में अफजाल अंसारी के लिए मायावती व अखिलेश ने मांगा वोट, भाजपा और कांग्रेस पर भी साधा निशान

अफजाल
जनता का अभिवादन करते अखिलेश यादव, मायावती, अजीत सिंह, अफजाल अंसारी व अन्य ।

आरयू ब्‍यूरो, वाराणसी/लखनऊ। लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव जोर लगाने में जुट गए हैं। इसी क्रम में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पड़ोसी जिले गाजीपुर में रालोद के साथ गठबंधन की एक संयुक्‍त जनसभा की। पुलिस लाइन में आयोजित इस रैली में यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती के अलावा रालोद के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अजीत सिंह ने भी गाजीपुर से गठबंधन प्रत्‍याशी और बाहुबली नेता मुख्‍तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के लिए जनता से वोट के लिए अपील की। इस दौरान दिग्‍गज नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्‍यनाथ समेत भाजपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा।

केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश में भी सरकार बदलने का कर लिया इरादा

मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने गरीबों को अच्छे दिनों का प्रलोभन देकर जो वादे किए थे उनका एक चौथाई भी पूरा नहीं किया। भाजपा ने सिर्फ बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों को बढ़ावा दिया है। वोटों के लिए गरीब होने का नाटक किया जाता है। इन चुनावों में उसने केंद्र की सत्ता में बदलाव के साथ उत्तर प्रदेश में भी सरकार बदलने का इरादा कर लिया है।

किसी को तभी गाली दी जाती है जब वह गाली खाने का करता है काम

बसपा सुप्रीमो ने इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा विपक्ष के उनके गाली दिए जाने वाले बयान का भी जिक्र किया। यूपी की पूर्व सीएम ने कहा कि किसी व्यक्ति को तभी गाली दी जाती है जब वह गाली खाने का काम करता है। मैंने कभी प्रधानमंत्री से उनकी जाति नही पूछी बस इनकी असली जाति के बारे में बताया है। वे जन्म से पिछड़े वर्ग के नहीं है। असली पिछड़े तो अखिलेश यादव हैं जो यहां बैठे हैं। नरेंद्र मोदी फर्जी और नकली ओबीसी हैं।

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हमला जारी रखते हुए मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश की पर यह पूरी तरह से एकताबद्ध है। यह गठबंधन लंबा, टिकाऊ और मजबूत है। इससे भाजपा घबराई हुई है। भाजपा नेताओ की नींद उड़ी है। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा ने अर्थव्यवस्था खराब की। कांग्रेस भी झूठे वादे कर रही है, लेकिल हम सत्ता में आने पर गरीबों के परिवारों को स्थायी नौकरी दिलाएगें। जनता भाजपा और कांग्रेस की सच्चाई जान गई है।

किसानों, नौजवानो और अल्पसंख्यको का तोड़ा है भरोसा 

वहीं अखिलेश यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी और योगी की सरकार ने किसानों, नौजवानो और अल्पसंख्यको का भरोसा तोड़ा है। मंहगाई बढ़ गई। जनहित की योजनाएं जो समाजवादी सरकार ने चलाई थी, उन्हें भी रोक दिया गया। अब पांच साल का ही नहीं योगी सरकार के दो साल का भी जोड़कर हिसाब लेना होगा।

भाजपा और कांग्रेस में नहीं है फर्क

सपा अध्‍यक्ष ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस बार गठबंधन की आंधी में कोई बचने वाला नहीं है। पिछले चुनाव में मायावती ने सिर्फ समर्थन दिया था इस बार गठबंधन है। भाजपा और कांग्रेस में फर्क नहीं है। इसलिए किसी को कोई भ्रम या संदेह नहीं रहना चाहिए। यह चुनाव झूठ बोलने वालों को, धोखा देने वालों को सबक सिखाने का भी चुनाव है।

अब चौकीदार को ही नहीं ठोकीदार को भी है हटाना

अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि किसान धूप में पसीना बहाते हैं उन्हें क्या मिला? नौजवान की नौकरी गई वह घर में बेकार बैठा है। माताओं, बहनों को मिला सिलेंडर दुबारा नहीं भरा पा रही हैं। इलाज की व्यवस्था बर्बाद हो गई। समाजवादी पेंशन बंद हो गई। पुलिस को यूपी 100 नंबर मदद के लिए दिया था वह भी बर्बाद हैं। अब चौकीदार को ही नही ठोकीदार को भी हटाना है।

गंगा मइया भेजना चाहतीं हैं गुजरात 

इसके अलावा रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह ने प्रधानमंत्री को पूंजीपतियों का दलाल कहते हुए कहा कि एक बार गलती हो गई अब दुबारा मतदाता किसी झूठ बोलने वाले को प्रधानमंत्री नहीं बनाएगें। गंगा मइया ने पहले बुलाया था, अब नाराज हो गई है, वह वापस उन्हें गुजरात भेजना चाहती है। उन्होंने कहा कि पहले चायवाला बना फिर पिछड़ा और चौकीदार बन गए। भाजपा सरकार में गांव में छुट्टा जानवर फसल खा रहे हैं। गोशाला में गायें भूखी मर रही है। दो करोड़ रोजगार का वादा खोखला साबित हुआ, अब इनको कड़ी सजा देनी है। जनसभा के दौरान मंच पर बसपा के स्‍टार प्रचारक आकाश आनन्‍द, सतीश चंद्र मिश्रा व अफजाल अंसारी समेत अन्‍य नेता भी मौजूद रहें।

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