हठधर्मिता वाला है किसानों के प्रति केंद्र सरकार का रवैया: रालोद

अनिल दूबे
अनिल दूबे। (प्रवक्ता, रालोद)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। केंद्र सरकार से किसानों की आठवें दौर की वार्ता असफल होने पर राष्‍ट्रीय लोकदल ने मंगलवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए खेद व्यक्त किया है। साथ ही रालोद ने केंद्र सरकार रवैये को हठधर्मिता वाला कारा दिया है। रालोद ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के कारण देश के किसान 40 दिन से केंद्र सरकार के मुख्यालय के चारों ओर खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे हैं और इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि सरकार कब अपनी हठधर्मिता छोड़कर कृषि कानूनों को निरस्त करने का संदेश देती हैं।

रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्‍ता अनिल दुबे ने कहा कि किसानों के लिए परीक्षा की घड़ी है, क्योंकि मौसम की भयावह मार भी झेलनी पड़ रही है मगर ये निश्चित है कि देश के किसान इस परीक्षा में सफल होंगे। वहीं केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले ही आपा धापी में कृषि कानूनों को संसद के दोनो सदनों से पास करा लिया।

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इतना ही नहीं महामहिम राष्ट्रपति से भी हस्ताक्षर कराकर देश के भोले-भाले किसानों के साथ छल किया है। अब 40 दिन से किसानों को अदालत के मुकदमें की तरह तारीख पर तारीख देकर भ्रमित किया जा रहा है ताकि किसान इस भीषण ठंड के मौसम में थक हारकर अपने घरों को वापस चले जाएं और सरकार पूंजीपतियों की हितैशी बनी रहे।

रालोद प्रवक्‍ता ने हमला जारी रखते हुए कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से देश आर्थिक तंगी से गुजर रहा है लोगो के पास अपने बच्चों की स्कूल की फीस जमा करने तक के पैसे नहीं है, जो किसानों के भुगतान समय पर होने चाहिए थे वे नहीं हो पा रहे हैं किसान बिजली का बिल भी नहीं चुका पा रहे है।

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