आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। यूपी विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के बेटे अभिजीत यादव उर्फ विवेक की संदिग्ध हालात में मौत के मामला में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रविवार रात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अभिजीत की गला कसकर हत्या की बात सामने आयी है। साथ ही उसके सिर में भी चोंट के निशान मिले हैं। कहा जा रहा है कि सिर पर किसी चीज से वार के बाद अभिजीत के बेहोश होने पर उसकी गला कसकर हत्या की गयी है।
पोस्टमॉर्टम में हत्या की बात सामने आने पर हड़कंप मच गया है। पुलिस ने घर में ही हत्या होने की बात सामने आने के बाद अपनी छानबीन तेज कर दी है। वहीं हत्या के इस मामले में अभिजीत के करीबी भी शक के घेरे में आ गए हैं। फिलहाल पुलिस का कहना है कि किसी की ओर से तहरीर मिलने पर उसके आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बताते चलें कि दारुलशफा विधायक निवास के डी ब्लॉक में रमेश यादव की दूसरी पत्नी मीरा यादव बीएससी कर रहे अपने छोटे बेटे अभिजीत यादव ऊर्फ विवेक (22) और बड़े बेटे अभिषेक यादव के साथ रहती थी। रविवार की सुबह अभिजीत का शव कमरा नंबर 28 में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था।
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हालांकि आज दोपहर में मां का कहना था कि शनिवार की रात अभिजीत घर पहुंचा तो उसने सीने में दर्द होने की बात कही थी, जिसके बाद उन्होंने बेटे के सीने पर दवा लगा दी और सो गयीं। सुबह करीब सात बजे उठी तो एसी बंद था, उन्हें आश्चर्य हुआ की बेटा कभी एसी नहीं बंद करता था। अभिजीत के शरीर में भी कोई हरकत नहीं हो रही थी। जिसपर उन्होंने अपने दूसरे बेटे अभिषेक को बुलाया तो उसने बताया कि अभिजीत की मौत हो चुकी है।
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रात में तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में दिखाने के सवाल पर मीरा यादव का कहना था अभिजीत को अकसर ऐसा होता था और बाद में वह ठीक हो जाता था। वहीं इस दौरान मीरा यादव ने पति रमेश यादव पर भी आरोप लगाया था कि वो उन्हें पत्नी का दर्जा देना नहीं चाहते, लेकिन अब वो अपना अधिकार लेकर रहेंगीं।
अंतिम संस्कार के लिए शव ले जा रहे थे परिजन
वहीं आज अभिजीत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने की जानकारी पर एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत पुलिस विभाग के तमाम अधिकारी दारुल शफा पहुंचे तो परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने अभिजीत की अर्थी को रोककर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचवाया।
पीएम कराने को नहीं तैयार था परिवार
दोपहर करीब एक बजे अभिजीत की अर्थी के साथ पोस्टमॉर्टम हाउस सीओ हजरतगंज, इंस्पेक्टर हजरतगंज के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची। हाई प्रोफाइल मामले को देखते हुए कुछ ही देर बाद सीओ महानगर, सीओ चौक समेत इंस्पेक्टर महानगर के अलावा कई अन्य थानों की पुलिस भी पहुंच गयी।
मॉच्युरी पर बड़े भाई समेत शव के साथ मौजूद अन्य लोग पोस्टमॉर्टम कराने के लिए नहीं तैयार थे, हालांकि सीओ हजरतगंज व इंस्पेक्टर हजरतगंज के काफी समझाने पर लोग पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हुए, जिसके बाद वहीं शव के पंचानामा करने की शुरूआत हुई तो अभिजीत के गले पर किसी चीज से कसे जाने का निशान देखकर पुलिस ने गंभीरता दिखानी शुरू कर दी। पुलिस ने पांच डॉक्टरों के पैनल द्वारा शव का पोस्टमॉर्टम कराने के साथ ही वीडियोग्राफी भी करायी है। वहीं इस बारे में एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने बताया कि मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
वहीं बाद में अपने एक बयान में एसपी पूर्वी सर्वेश्र कुमार मिश्रा ने मीडिया को बताया कि आज सुबह अभिजीत यादव के मौत की सूचना मिलने पर हजरतगंज पुलिस दारुलशफा स्थित उनके घर गयी थी। जिसके बाद परिजनों ने बताया कि उनकी स्वाभाविक मौत हुई है, लेकिन संदेह होने पर पोस्टमॉर्टम कराया गया। जिसकी रिपोर्ट में गला घोंटने से मौत की बात सामने आयी है। पुलिस तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर छानबीन कर रही है। साथ ही परिवार व अन्य संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी, जो भी तथ्य एवं सबूत पाए जाएंगे उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।