#COVID19: राज्‍यों की शिकायत के बाद ICMR ने रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट पर लगाई दो दिनों तक रोक

रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट
मीडिया को जानकारी देते डॉ. रमन गंगाखेडकर। फोटो साभार, (एएनआइ)

आरयू वेब टीम। देश में जारी कोरोना संकट के बीच रैपिड टेस्टिंग किट को लेकर राज्यों से मिल रही शिकायतों के बाद अब आइसीएमआर ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगले दो दिनों तक रैपिड टेस्ट किट इस्तेमाल न करने का निर्देश दिया है। आइसीएमआर के मुताबिक, रैपिड टेस्ट को लेकर एक राज्य से शिकायत मिली है, जिसके बाद टेस्टिंग पर रोक लगाई है। आइसीएमआर के मुताबिक, कोरोना के अब तक चार लाख 49 हजार 810 टेस्ट किए गए हैं।

मामले का संज्ञाने लेते हुए आज शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में आइसीएमआर के डॉ. रमन गंगाखेडकर ने बताया कि वो इन शिकायतों को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं। इसके लिये टीमें भेजी जाएंगी, जो किट्स को चेक करेंगी, लिहाजा दो दिन तक रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। परीक्षण के बाद दो दिनों में एडवाइजरी जारी की जाएगी।

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वहीं आइसीएमआर के डॉक्टर रमन गंगाखेडकर ने बताया था कि उन्हें बंगाल से टेस्टिंग किट्स के सही ढंग से काम नहीं करने की सूचना मिली है। साथ ही ये भी कहा कि ये किट्स अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) से अप्रूव हैं और इनका स्टैंडर्ड काफी अच्छा है। डॉ. रमन ने बताया कि इन किट्स को 20 डिग्री तापमान से नीचे वाली जगह में रखने की जरूरत है, नहीं तो इसके रिजल्ट गलत भी आ सकते है।

राजस्‍थान सरकार की शिकायत आ रहे गलत रिजल्‍ट

राजस्थान सरकार ने कहा है कि इस टेस्ट के नतीजे सटीक नहीं आ रहे हैं। ये कहते हुए राजस्थान ने टेस्टिंग पर रोक लगा दी है। इस तरह रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। राजस्थान सरकार का कहना है कि सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कोरोना के सौ मरीजों पर इस किट के जरिए टेस्ट किये गए, जिसमें से पांच का रिजल्ट ही पॉजिटिव आया।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि हमारी तरफ से कोई प्रक्रियागत चूक नहीं की गई है और किट्स को सही टेंपरेचर में रखा गया है,। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट कहा है कि उन्होंने किट्स से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं का सही तरह से पालन किया है। इसके बावजूद गलत रिजल्ट आ रहे हैं। रघु शर्मा ने बताया कि हमने फिलहाल टेस्टिंग रोक दी है और आइसीएमआर को इसकी जानकारी दे दी है। टेस्टिंग किट्स को लेकर ये एक चिंता की बात है क्योंकि राजस्थान ही पहला ऐसा राज्य है जिसने रैपिड टेस्टिंग की शुरुआत की है,

पश्चिम बंगाल ने किट्स को बताया डिफेक्टिव

पश्चिम बंगाल ने किट्स को डिफेक्टिव बताया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने दावा किया है कि आइसीएमआर ने बड़ी संख्या में डिफेक्टिव किट्स भेजी हैं। बंगाल के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने 19 अप्रैल को आरोप लगाया कि खराब किट्स से कोरोना के टेस्ट कराये जा रहे हैं।

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