जामिया हिंसा पर पुलिस ने दस को किया गिरफ्तार, कहा इनमें एक भी छात्र शामिल नहीं

जामिया हिंसा
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस ने दस लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए जामिया नगर क्षेत्र के दस लोगों को 15 दिसंबर को बर्बरता और हिंसा के मामले में तब गिरफ्तार किया गया, जब उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कम से कम चार बसों को आग के हवाले कर दिया था।

इस संबंध में एसीपी नॉर्थ वेस्ट और अतिरिक्‍त पीआरओ अनिल मित्तल ने मीडिया को बताया कि दस लोगों में से कोई भी जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का छात्र नहीं है, साथ ही पुलिस ने ये भी कहा कि, इसका मतलब यह नहीं है कि छात्रों को क्लीन चिट दे दी गई है, जबकि गिरफ्तार किए गए सभी शख्स क्रिमिनल बैगराउंड से आते हैं। गिरफ्तार 10 लोगों में से तीन इलाके के बैड कैरेक्टर घोषित क्रिमिनल हैं। वहीं गिरफ्तार किए गए लोग “किस प्रकार की आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं पूछे जानें पर पीआरओं ने कहा कि जांच जारी है और अधिक जानकारी डीसीपी द्वारा जल्द ही साझा की जाएगी।

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बता दें कि दिल्ली पुलिस ने सोमवार को आगजनी और दंगा करने के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए। नागरिकता कानून पर हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए पश्चिम बंगाल, यूपी के अलीगढ मऊ समेत कई और जगह इन्टरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। यूपी के मऊ में पुलिस ने धारा 144 लगा दी है। मालूम हो कि सोमवार को यूपी के मऊ में हिंसा के बाद तनाव बरकरार है, जिसके बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।

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