आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कांग्रेस ने आज भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की अध्यक्षता में राज्यों के मंत्रियों की समन्वय बैठक टांय-टांय फिस्स हो गयी। जिस तरह से विज्ञापनों एवं अन्य माध्यमों से इस बैठक को बढ़ा चढ़ाकर प्रचारित किया गया, उसका संदेश प्रदेश के अल्पसंख्यकों को नहीं गया। अब अल्पसंख्यक वर्ग पूरी तरह निराश और ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन हाजी सिराज मेंहदी ने अपने बयान में उक्त बातें कहने के साथ ही आगे कहा कि यूपी के अल्पसंख्यकों को इस बैठक से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन मुख्तार अब्बास नकवी ने यह भी नहीं जानने का प्रयास किया कि अल्पसंख्यकों के लिए स्थापित प्रदेश में उर्दू अकादमी, पंजाबी अकादमी, सिन्धी अकादमी एवं मदरसा बोर्ड का गठन अभी तक हुआ, अथवा नहीं हुआ है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि उच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद अभी तक प्रदेश में अल्पसंख्यक आयोग का गठन तक नहीं हो सका है।
वहीं अपनी पिछली सरकार की बात करते हुए सिराज मेंहदी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए खासकर यूपी अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम बनाया था जो आज बंद होने की कगार पर है। यहां तक कि अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के कर्मचारियों ने ज्ञापन भी दिया कि यह निगम बंद होने की कगार पर है इसे बचा लीजिए। उसके बाद भी कोई सार्थक पहल नहीं की गयी।
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प्रदेश उपाध्यक्ष ने भाजपा के कैबिनेट मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्तार अब्बास नकवी को यह मालूम होना चाहिए कि अल्पसंख्यकों में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं आते हैं बल्कि क्रिश्चियन, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी आदि समुदाय भी आते हैं इन सभी समुदाय के कल्याण के लिए भी सरकार को ध्यान में रखना चाहिए।
वहीं छात्रवृत्ति की बात करते हुए सिराज मेंहदी बोले कि अल्पसंख्यक छात्रों को केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति अभी तक नहीं आयी है, जिससे छात्रों का भविष्य अधर में है।