किसानों के समर्थन में राजभवन का घेराव करने जा रहे कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं को वाहनों में भरकर ले गयी पुलिस

राजभवन का घेराव
अजय कुमार लल्लू् को ले जाती पुलिस।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब दो महीनों से दिल्‍ली बॉर्डर पर डटे किसानों के समर्थन में आज कांग्रेस ने देश के अन्‍य राज्‍यों व शहरों के अलावा राजधानी लखनऊ में भी बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। किसानों की मांगों के समर्थन में आज पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत राजभवन का घेराव करने जा रहें कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घेराबंदी करते हुए हजरतगंज इलाके में रोक लिया। घेराव करने पर अड़े कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू समेत दर्जनों नेता व कार्यकर्ताओं को पुलिस वाहनों में जबरदस्‍ती भरकर ईको गार्डेन ले गयी। जहां से शाम को उन्‍हें जाने दिया गया। पुलिस की कार्यप्रणाली व योगी सरकार से नाराज कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं ने पूरे दिन ईको गार्डेन में प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा पकड़े जाने को प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारी बताते हुए मीडिया के सामने जमकर अपना नाराजगी जाहिर की।

पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष ने आज कहा है कि योगी सरकार की तानाशाही और दमनकारी रवैये के चलते सरकार के इशारे पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में आवास से निकलते ही उनको कायरतापूर्ण तरीके से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके साथ कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह, पूर्व मंत्री आरके चौधरी सहित सैंकड़ों कांग्रेसजनों को भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर इको गार्डेन भेज दिया गया।

राजभवन का घेराव
ईको गार्डेन में प्रदर्शन करते कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता।

यूपी कांग्रेस के प्रवक्‍ता डॉ. उमा शंकर पांडेय ने बताया कि पुलिस द्वारा बलपूर्वक गिरफ्तार किये जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मौजूदा योगी सरकार निरंकुशता की सारी हदें पार कर चुकी है। लोकतंत्र को तार-तार करने में लगी है। किसानों की मांगों को मानने के बजाय उनके हक में आवाज उठा रहे कांग्रेसजनों को गिरफ्तार करके उनके संवैधानिक अधिकारों को कुचलने का काम कर रही है। आज न सिर्फ लोकतंत्र को कुचला जा रहा, बल्कि संवैधानिक प्रक्रियाओं को भी बीजेपी सरकार बाधित कर रही है। आज एक चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार के समक्ष 50 दिनों से धरना दे रहे किसानों की आवाज को दरकिनार करके अपने चहेते पूंजीपतियों को खुश करने का काम मोदी सरकार कर रही। तीनों काले कृषि कानून न सिर्फ किसान विरोधी हैं, बल्कि किसानों और कृषि को खत्म करने के लिए है। यह कानून किसानों का जो कुछ भी है उसे अपने पूंजीपति चंद मित्रों को दिलवाने के हक में हैं।

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लल्लू ने आगे कहा कि एक तरफ भाजपा देश भर में बड़ी-बड़ी रैलियां और सभाएं आयोजित कर रही, यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर महोत्सव का आयोजन कर रहें, लेकिन खेती, किसानी और अन्नदाता के हक में जब कांग्रेस आवाज बुलन्द करती है तो पुलिस के बल पर उनको गिरफ्तार करके न सिर्फ कांग्रेस बल्कि देश के मेहनतकश किसानों की आवाज दबाने का काम भाजपा सरकार कर रही। पूरी योगी सरकार सिर्फ कागजों पर किसानों के हक की बात करती है। आज न तो किसानों की आय दुगुनी हुई है और न ही उन्हें उनकी उपज का डेढ़ गुना दाम मिल रहा, बल्कि किसानों की मंडियां और एमएसपी को एक षडयन्त्र के तहत खत्म करके पूरी खेती किसानी को बर्बाद करने का काम योगी-मोदी कर रही है।

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उमा शंकर ने बताया कि अजय कुमार लल्लू के साथ गिरफ्तार होने वालों में प्रमुख रूप से यूपी कांग्रेस प्रभारी प्रशासन दिनेश सिंह, संगठन सचिव अनिल यादव, सचिव लखनऊ प्रभारी रमेश कुमार शुक्ला, पिछड़ा वर्ग विभाग के चेयरमैन मनोज यादव, पंकज तिवारी, शैलेन्द्र तिवारी, अनस रहमान, अजय श्रीवास्तव, प्रदीप सिंघल, रफत फातिमा, दिलप्रीत सिंह, प्रभाकर मिश्रा, प्रदीप कनौजिया, शीला मिश्रा, अंशू अवस्थी, मुरली मनोहर, आशुतोष मिश्रा व वंदना सिंह समेत अन्‍य कार्यकर्ता शामिल रहें।