किसानों की समस्‍याओं के लिए 12 हजार नुक्‍कड़ सभा व आठ सौ प्रदर्शनों के जरिए योगी सरकार को घेरेगी कांग्रेस

किसान जन जागरण अभियान
प्रेसवार्ता में जानकारी देते अजय कुमार लल्लू साथ में अराधना मिश्रा व अन्य।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। किसानों की समस्‍याओं व बदहाली के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरने का खाका खीचा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय पर किसान जन जागरण अभियान की शुरुआत का ऐलान करते हुए इसकी जानकारी मीडिया को दी।

कांग्रेस के प्रदेश मुख्‍यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूरे यूपी में किसान भाजपा की किसान विरोधी नीतियों से परेशान है। आवारा पशुओं के आतंक से किसान त्रस्‍त है। प्रदेश में लगातार बिजली का दाम बढ़ाया जा रहा। कर्जमाफी के नाम पर भी किसानों को भाजपा सरकार ने छला है। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ। योगी सरकार में गन्ने का एक रुपया दाम नहीं बढ़ा।

उन्‍होंने आगे कहा कि धान खरीद के नाम पर सरकार और बिचैलियों की साठ-गांठ के चलते किसान 14 सौ व 15 सौ रूपये में धान बेंचने को मजबूर हुआ है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार के बाद भी सरकार ने एक पैसा किसानों को मुआवजा नहीं दिया। किसान जनजागरण अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि 40 दिन तक चलने वाले इस अभियान में उत्तर प्रदेश के दो करोड़ 71 लाख 26 हजार लोगों से संवाद स्थापित किया जायेगा।

यह भी पढ़ें- कांग्रेस का अमित शाह पर पलटवार, सत्‍ता के अहंकार में डूबे हैं गृह मंत्री, संविधान पक्ष-विपक्ष दोनों को देता है बात रखने का अधिकार

लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रत्येक ब्लाक में रोजाना 300 किसान परिवारों से मिलकर कांग्रेस कार्यकर्ता किसान मांग पत्र भरवायेंगे, यानि कि एक दिन में इस अभियान में लगभग ढाई लाख परिवारों से हम जनसंपर्क करेंगे। इस पूरे अभियान में 55 लाख परिवारों से संपर्क किया जायेगा। अभियान की शुरुआत में हर जिले में प्रेसवार्ता किया जायेगा। उसके अगले दिन अभियान की शुरुआत ब्लाक स्तर पर प्रेसवार्ता और बैठक कर होगी।

उन्‍होंने आगे कहा कि अभियान में प्रत्येक ब्लाक पर न्यूनतम 30 कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतिदिन दस पीड़ित किसानों के बीच जाकर किसान मांग पत्र भरेंगे। अभियान के दौरान 25 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क करेंगे। साथ ही 17 फरवरी से 23 फरवरी तक प्रदेश के सभी ब्लाकों में दो-दो नुक्कड़ सभा करके किसान विरोधी सरकार की करतूतों को उजागर किया जायेगा। इस तरह लगभग 12 हजार नुक्कड़ सभा पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेता करेंगे। किसान मांग पत्र (किसान मांग रहा है) भरवाकर सरकार के प्रतिनिधि को भेजा जायेगा। इस अभियान में इसके साथ ही किसान की बात के नाम से एक और फार्म भरवाया जायेगा जिसमें किसानों का विवरण और समस्याओं को भरा जायेगा।

वहीं अभियान के दूसरे चरण में भाजपा के विधायकों-सांसदों को किसानों के मुद्दे पर ‘सरकार जगाओ-किसान बचाओ’ नारे के साथ ज्ञापन दिया जायेगा। जबकि तीसरे चरण में तहसील दिवस पर प्रदर्शन किया जायेगा और पीड़ित किसानों का नाम लेकर उनकी समस्याओं को हाईलाइट किया जायेगा, ताकि प्रशासन उस किसान की समस्या हल करे।

प्रदेश अध्‍यक्ष के अनुसार अभियान के चौथे चरण में हर जिले में जिलाधिकारी का घेराव किया जायेगा। पूरे अभियान के दौरान करीब आठ सौ प्रदर्शन के जरिये जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों को किसानों की समस्या पर घेरा जायेगा। साथ ही अभियान के पांचवे चरण में लखनऊ में एक बड़ा किसान मार्च किया जायेगा।

भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार किसानों को ठग रही: मोना

प्रेसवार्ता में मौजूद कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार किसानों को ठग रही। भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी, लेकिन किसानों को उनकी फसलों का दाम नहीं मिल रहा है। किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारों को कांग्रेस की प्रदेश सरकारों से सीखना चाहिए। कांग्रेस की प्रदेश सरकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया गया। छत्तीसगढ़ में बिजली बिल हाफ किया गया। जिसका लाभ 35 लाख परिवारों को मिला। छत्तीसगढ़ में किसानों का धान 2500 प्रति कुंतल खरीदा जा रहा।

प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री दीपक कुमार, पूर्व मंत्री आरके चौधरी, पूर्व सांसद  राजाराम पाल, पूर्व सांसद बालकुमार पटेल, पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान, कांग्रेस विधानमंडल दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर, पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी, पूर्व विधायक गजराज सिंह व कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी भी मौजूद रहें।