आरयू वेब टीम।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुरुग्राम के सुल्तानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कुण्डली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के कुण्डली-मानेसर सेक्शन और गुरुग्राम से बल्लभगढ़-मुजेसर मेट्रो रेल लिंक का उद्घाटन किया।
इस दौरान पीएम ने कहा कि अभी कुण्डली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है। इसका पहला चरण दो साल पहले पूरा हो गया था। दूसरा चरण, जो कुण्डली से मानेसर तक, 83 किलोमीटर लंबा है, उसका आज लोकार्पण किया गया है। इसके साथ ही अब 135 किलोमीटर का ये एक्सप्रेसवे पूरा हो गया है।
कार्यक्रम में मोदी विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कामनवेल्थ गेम्स में होना था, लेकिन कामनवेल्थ खेल जो गति की गई, वही कहानी इस एक्सप्रेस वे की भी है। मुझे ध्यान है कि जब प्रगति की बैठकों में मैंने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करनी शुरु की थी, तो कितने सारे पेंच पता चले थे।
पहले की सरकारों पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है। जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर तीन गुना से ज्यादा हो गई।
प्रधानमंत्री शक्ति की बात करते भी बोले कि काम करने वाले वही हैं, लेकिन जब इच्छाशक्ति हो, संकल्पशक्ति हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यही वजह है कि जहां साल 2014 से पहले देश में एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है।