एलडीए उपाध्‍यक्ष की संपत्ति के बाबू-अफसरों को चेतावनी पांच दिन में निपटाएं फाइलें, औचक निरीक्षण में मिलने पर होगी कार्रवाई

एलडीए की फाइलें
एलडीए के बाबू व अफसरों के साथ बैठक करते उपाध्‍यक्ष।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। प्‍लॉट, फ्लैट व अन्‍य संपत्तियों की फाइलें दबाने व आवंटियों को दौड़ाने की लगातार शिकायतें सामने आने के बाद गुरुवार को एलडीए उपाध्‍यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने संपत्ति के सभी बाबू व अनुभाग अधिकारियों के पेंच कसें। वीसी ने बाबू व अफसरों को पांच दिन से ज्‍यादा किसी भी फाइल को नहीं रोकने का निर्देश देते हुए ऐसा नहीं करने वाले बाबू व अनुभाग अधिकारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है, हालांकि वीसी की चेतावनी का खासकर एलडीए के चर्चित घाघ बाबूओं पर कितना असर होगा इसका पता आने वाले दिनों में ही साफ हो पाएगा।

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इससे पहले आज ही सुबह एलडीए में आयोजित जनता अदालत में भी कुछ आवंटियों ने संपत्ति के बाबू पर दौड़ाने का आरोप लगाते हुए आज वीसी से शिकायत की थी। प्रियदर्शिनी योजना के आवं‍टी ज्ञान प्रकाश श्रीवास्‍तव ने कहा था कि 2007 में प्‍लॉट आवंटन होन के बाद भी आज तक रजिस्‍ट्री नहीं की जा सकी है। कुछ बाबूओं के नाम से शिकायत करते हुए आवंटी ने कहा कि यह उन्‍हें कई सालों से दौड़ा रहें हैं। शिकायतों के बाद आज शाम इंद्रमणि त्रिपाठी ने गोमतीनगर, जानकीपुरम, ट्रांस्‍पोर्ट नगर व कानपुर रोड समेत संपत्ति की सभी योजनाओं के बाबू व अनुभाग अधिकारियों के साथ बैठक की।

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बैठक में वीसी ने कहा कि कोई भी योजना सहायक व अनुभाग अधिकारी पांच दिन से ज्यादा समय तक फाइल नहीं रोकेगा, अन्यथा संबंधित की जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान फाइलों को निपटाने की समय सीमा तय करते हुए वीसी ने कहा कि तीन दिन में योजना सहायक व दो-दो दिन में अनुभाग अधिकारी और अन्‍य उच्‍च अधिकारी को पत्रावली निस्तारित करनी होगी।

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फाइलों के रख-रखाव व सफाई व्‍यवस्‍था को ठीक करने का वीसी ने निर्देश देते हुए बाबू व अधिकारियों से कहा कि वह खुद औचक निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेंगे। निरीक्षण में कमी मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एलडीए के रिकॉर्ड में जमा कराएं फाइलें

कुछ बाबूओं व योजना सहायकों द्वारा संपत्ति के काम से हटाए जाने के बाद व योजना बदले जाने पर फाइल दबाने की शिकायत मिलने पर भी वीसी संज्ञान लिया। उपाध्‍यक्ष ने इस पर बैठक में कहा कि जिन फाइलों में कार्यवाही पूरी हो चुकी है और वर्तमान में कोई कार्यवाही प्रचलित नहीं है, ऐसी पत्रावलियों को एलडीए के रिकॉर्ड में जमा करा दें।

गायब फाइलों की 30 नवंबर तक बनाएं लिस्‍ट

वहीं फाइलों के गायब होने की समस्‍या पर वीसी ने रिकॉर्ड का काम देख रहे बाबू व अधिकारी को निर्देश देते हुए बैठक में कहा कि जो फाइलें एलडीए के रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है, उनकी लिस्‍ट तैयार कर उन्‍हें 30 नवंबर दी जाए।

बनाएं योजनावार फाइलों का रंगीन बस्‍ता व रजिस्‍टर

फाइलों के रख-रखाव को ठीक करने के लिए उपाध्‍यक्ष ने आज यह भी निर्देश दिया है कि राजस्व विभाग की तरह एलडीए में भी रिकॉर्ड रूम में योजनावार फाइलों का रंगीन बस्ता बनाएं और हर योजना का एक मास्टर रजिस्टर तैयार करें।

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इसके अलावा संपत्तियों के समायोजन से जुड़े ऐसे मामले जिनमें रजिस्ट्री हो गई  तथा ऐसे प्रकरण जिनकी रजिस्ट्री अभी तक नहीं हुई, दोनों की लिस्‍ट सात दिनों में उन्‍हें उपलब्‍ध कराएं। साथ ही समायोजन के मामलों में आवेदक को विकल्प देते हुए पत्र भेजें।

इसके अलावा उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया कि संपत्तियों के मिलान के लिए नियोजन विभाग द्वारा ले-आउट की प्रति समस्त लिपिकों को योजना वार उपलब्ध करा दी जाए।

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बैठक के अंत में उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया कि योजना सहायकों के काम की गुणवत्‍ता बढ़ाने के लिए आरसीयूईएस के माध्यम से सभी को ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। बैठक में एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा व प्रभारी अधिष्ठान देवांश त्रिवेदी समेत अनुभाग अधिकारी व संपत्ति के बाबू मौजूद रहें।ृृृृ