आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बदलाव और विस्तार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने मोदी की नीतियों पर निशाना साधने के साथ ही गंभीर आरोप भी लगाए हैं। मायावती ने कहा कि गरीबी उन्मूलन, सामाजिक न्याय व जनहित के कई महत्त्वपूर्ण मामलों में केंद्र सरकार की नाकामी, गरीब-विरोधी नीतियों और चुनावी वादा खिलाफी की वजह से जनता में मोदी सरकार के खिलाफ व्यापक निराशा व आक्रोश है। उस पर से लोगों का ध्यान हटाने के लिए मोदी सरकार ने मंत्रिमंडल कर नई नाटकबाजी की है।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने एक बयान में कहा कि मंत्रिमण्डल में किया गया व्यापक फेरबदल सरकार का देश की गरीबी, बेरोजगारी जैसी ज्वलंत समस्याओं को दूर नहीं करने के साथ ही गंगा की सफाई करके गंगा माता व देश की करोड़ों जनता से किए गए चुनावी वायदों को पूरा करने में बुरी तरह से विफलता पर से लोगों का ध्यान बांटने का भी प्रयास है।
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जबकि गंगा संरक्षण व नदी विकास के बहु-प्रचारित मामले में तो अपार सरकारी धन खर्च करने के बावजूद गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाने में जनता की आशा के अनुरूप बिल्कुल भी काम नहीं कर पाए।
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इसके साथ ही राजनीतिज्ञों से ज्यादा रिटायर अफसरशाहों पर भरोसा किया गया हैं। इस विस्तार में आरएसएस के संकीर्ण एजेण्डे को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है। केन्द्र सरकार की इस प्रकार की गलत नीतियों व कार्यप्रणालियों से लगातार देश में शान्ति व सद्भावना का माहौल बिगड़ने के अलावा देश के विकास में भी दिक्कत हो रही है।
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