मोदी से मिलने के बाद बोली ममता, राष्ट्रपति के मुद्दे पर नहीं की बात

ममता बनर्जी

आरयू वेब टीम।

तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की। बैठक के विषय में मीडिया को बताते हुए ममता ने कहा कि पीएम से हमारी केवल विकास के मुद्दे पर ही बात हुई। राष्‍ट्रपति चुनाव पर कोई चर्चा नहीं हुई है।

ममता राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का साझा उम्मीदवार चुने जाने के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक करने दिल्ली आयी हैं, लेकिन वह सोनिया के साथ बैठक करने के एक दिन पहले ही पीएम से मिलने गयी। राष्‍ट्रपति चुनने के मीडिया के सवाल पर उन्‍होंने जवाब में ममता ने कहा कि देश सबसे बड़ा है और राष्ट्रपति हमारे देश का मुखिया होता है। अगर आम सहमति से उम्मीदवार होता तो बेहतर होता।

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ममता ने कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम एक सर्वमान्य उम्मीदवार थे। मोदी से मुलाकात पर उन्‍होंने कहा कि मोदी को प्रधानमंत्री बने तीन वर्ष हो गये हैं, इस दौरान मैं उनसे सात से आठ बार मिल चुकी हूं।

बैठक में यह रहे अहम मुद्दे

बैठक में बारे बताते हुए ममता ने कहा कि मैने प्रधानमंत्री के सामने गंगा कटाव के मुद्दे, फरक्का समझौते के समय बंगाल को फंड देने की बात कही गयी थी, पर आजतक हमें एक भी पैसा नहीं मिला है, आजतक गंगा की सफाई नहीं हुई। फरक्का बैरेज के कारण बंगाल के किसानों को 1000 करोड़ रुपये का नुक्सान हुआ है, पानी न मिलने के कारण एनटीपीसी का यूनिट बार-बार बंद हो जाती है।

कभी बिहार में बाढ़ आ जाती है, हमने इस समस्या से निपटने के लिए प्रधानमंत्री से एक मास्टर प्लान तैयार करने का आह्वान किया है। इसके अलावा हमने पीएम से कहा कि बांग्लादेश हमारा मित्र देश है लेकिन उसने आत्रेयी नदी पर बगैर पूछे डैम बना दिया है, जिसकी वजह से इधर पानी नहीं आता है। किसान बेहद परेशान है, अधिक पानी होने पर इधर छोड़ देते हैं, जिससे बाढ़ आ जाती है।

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माथा भांगा नदी को बांग्लादेश ने इतना प्रदूषित कर दिया है कि उससे बंगाल के कई इलाके प्रदूषित हो गए। इसके साथ ही आम एक्‍सपोर्ट जैसे विकास के कई मुद्दों और उनमें उत्‍पन्‍न होने वाली समस्‍याओं पर बात की है।

इसके साथ ही ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र ने राज्य में चल रही 39 परियोजनाओं को बंद कर दिया है। कई परियोजनाओं के खर्च में राज्य का हिस्सा भी बढ़ा दिया है, जो ठीक नहीं है। मैने इन सभी समस्‍याओं के लिए प्रधानमंत्री से एक नीति तैयार करने का निवेदन किया है।