आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते 21 दिनों के लिए किए गए संपूर्ण लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राज्य के मनरेगा मजदूरों की मदद की है। उन्होंने आज प्रदेश के 27.15 लाख मनरेगा मजदूरों के खाते में 611 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ से एक क्लिक के जरिए पैसे ट्रांसफर किए। इस दौरान योगी ने प्रदेश के 75 जिलों के 75 मनरेगा मजदूरों से संवाद भी किया। संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने मजदूरों का हाल जाना। इसी दौरान उन्होंने मजदूरों से कहा कि घबराने की कोई जरूर नहीं है। आप लोगों को तीन महीन का राशन-पानी मुफ्त दिया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मनरेगा मजदूरों से उनके मोबाइल पर इंस्टाल किए गए स्काइप एप के जरिए बात की। गोरखपुर के बनटांगिया राजस्व ग्राम चिलबिलवा में आयोजित कार्यक्रम में कोरोना संक्रमण के खतरे का ध्यान रखते हुए इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया जाएगा।
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वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 1.63 लाख भाजपा कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया। कहा कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म का प्रयोग करते हुए जनता को अवगत करवाएं। इस पैकेज के माध्यम से 1.70 लाख करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। कार्यकर्ता कोविड-19 की महामारी के दृष्टिगत लोगों को अधिक से अधिक आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाएं।
योगी आदित्यनाथ पहले ही इस तोहफे का ऐलान कर चुके हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री पहले भी प्रदेश के 20 लाख से अधिक दिहाड़ी मजदूरों को एक हजार रुपये की पहली किस्त डीबीटी के माध्यम से उनके अकाउंट में भेज चुके हैं। सीएम ने बीते मंगलवार को पांच कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास से श्रमिक भरण-पोषण योजना की शुरुआत की थी।
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार एक अप्रैल से दिहाड़ी मजदूरों और अंत्योदय व पात्र गृहस्थी (खाद्य सुरक्षा) के कार्डधारकों को एकमुश्त तीन माह का अनाज देगी। इसमें दिहाड़ी मजदूरों और अंत्योदय कार्ड धारकों को मुफ्त राशन मिलेगा। वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन को देखते हुए सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों को मुफ्त राशन देने की घोषणा की थी।