मुख्यमंत्रियों से बोले PM मोदी, “कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उतनी ही खुलेगी हमारी अर्थव्यवस्था, दफ्तर व मार्केट”

राष्ट्रीय प्रेस दिवस

आरयू वेब टीम। भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया और कोऑपरेटिव फेडरलिज्म का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया। हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उतनी ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।

उक्‍त बातें मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा के दौरान कही। पीएम ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान किए गए प्रयासों का नतीजा दिखने लगा है और अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत मिलने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत में विशाल जनसंख्या के बावजूद कोरोना विनाशकारी नहीं हुआ है और देश में रिकवरी रेट 50 फीसदी के पास है। इस समय हमें बिलकुल भी असावधान होने की जरूरत नहीं है और मास्क के बिना बाहर जाने की कल्पना भी नहीं करनी चाहिए।

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इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं। आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीज़ों का जीवन बच रहा है। उन्होंने कहा कि लोकल प्रोडक्ट के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड रणनीति की घोषणा की गई है, उसका भी लाभ हर राज्य को होगा। इसके लिए जरूरी है कि हम हर ब्लॉक, हर जिले में ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें, जिनकी प्रोसेसिंग या मार्केंटिंग करके, एक बेहतर प्रोडक्ट हम देश और दुनिया के बाज़ार में उतार सकते हैं।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि किसान के उत्पाद की मार्केटिंग के क्षेत्र में हाल में जो रिफॉर्म्स किए गए हैं, उससे किसानों को बहुत लाभ होगा। इससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए विकल्प उपलब्ध होंगे, उनकी आय बढ़ेगी और स्टोरेज के अभाव के कारण उनको जो नुकसान होता था, उसे भी हम कम कर पाएंगे।

इतना ही नहीं हमारे यहां जो छोटे कारखाने हैं उन्हें गाइडेंस की बड़ी जरूरत है। पीएम ने कहा कि वो जानते हैं कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व में इस दिशा में काफी काम हो रहा है। ट्रेड और इंडस्ट्री अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ सकें, इसके लिए वैल्यू चेन पर भी हमें मिलकर काम करना होगा।

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