आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। देश के राज्यों के स्वास्थ्य का हाल बताने वाली नीति आयोग की हेल्थ इंडेक्स में उत्तर प्रदेश के सबसे फिसड्डी आने पर शनिवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने योगी सरकार के विकास को तथाकथित बताते हुए उसे प्रमाण पत्र मिलने की बात कही है।
अखिलेश ने आज सोशल मीडिया के जरिए कहा कि नीति आयोग ने सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के पैमानों पर उत्तर प्रदेश को सबसे निचले स्तर पर रखा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा के तथाकथित विकास को आखिरकार प्रमाण-पत्र मिल ही गया। अखिलेश इतने पर नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की त्रस्त जनता सब देख रही है और जवाब देने के लिए सही समय (लोकसभा चुनाव) का इंतजार कर रही है।
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यहां बताते चलें कि शुक्रवार को नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने ‘हेल्दी स्टेट्स, प्रोग्रेसिव इंडिया’ शीर्षक वाली अपनी रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें स्वास्थ्य सूचकांक के आधार पर केरल को 21 राज्यों में सबसे ऊपर जबकि यूपी को सबसे निचले पायदान पर रखा था।
वहीं आज अपने एक बयान में सपा अध्यक्ष ने मांग उठाते हुए कहा कि इलाहाबाद में संगम किनारे स्थित किला उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को मिलना चाहिए, जिससे अक्षयवट का हमेशा जनता दर्शन कर सके।
अखिलेश से मिले महंत नरेंद्र गिरी, कुंभ के लिए किया आमंत्रित
ये बातें अखिलेश ने आज अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज से मुलाकात के बात कही है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि महंत नरेंद्र गिरी ने अखिलेश यादव से मुलाकात कर उन्हें इलाहाबाद में होने वाले अर्ध कुंभ मेले के लिए आमंत्रित किया।
मुख्य प्रवक्ता ने बताया कि नरेंद्र गिरी ने कहा है कि सपा सरकार के दौरान 2013 में हुआ कुंभ अपनी भव्यता को लेकर पूरी दुनिया में चर्चित रहा। जिसके बाद कुंभ की व्यवस्थाओं को समझने के लिये विदेशी अधिकारी आये थे और कुंभ मैनेजमेंट की बारीकियों को जाना था।