आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बीती रात दिल्ली से गोंडा जा रही यात्रियों से भरी रोडवेज बस बरेली के बिथरी चैनपुर में सामने से आ रही ट्रक से टकरा गई। टक्कर के बाद बस में भीषण आग लगने से 22 यात्रियों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। वहीं 15 लोग झुलसने से घायल हो गए। घायलों में कई की हालत अस्पतला में चिंताजनक बनी हुई है। जिससे समझा जा रहा है कि जान गंवाने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
घटना के पीछे बस चालक की लापरवाही की बात सामने आ रही है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में जान गंवाने वाले मृतक के परिजनों को दो-दो लाख जबकि गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार व मामूली घायलों को 25-25 हजार रुपए देने की घोषणा की है।
बताया जा रहा है कि गोंडा डिपो की बस (संख्या यूपी 43 टी 5978) दिल्ली से यात्रियों को लेकर बरेली होते हुए गोंडा जा रही थी। हादसे में घायल गोण्डा निवासी परिचालक अख्तर अजीज फारूखी ने दावा किया है कि हादसे के वक्त बस को चालक सुन्दरलाल चला रहा था। तभी बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी मोड़ के पास सामने से आ रही ट्रक से बस की टक्कर हो गई।
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टक्कर इतनी तेज थी कि बस का डीजल टैंक फट गया और पल भर में ही आग ने पूरी बस को अपने घेरे में ले लिया। यात्रियों में चीख-पुकार मच गई, दूसरे लोगों ने फायर ब्रिगेड के साथ ही पुलिस को घटना की जानकारी दी। फायर बिग्रेड मौके पर पहुंचकर जब तक आग बुझाती उससे पहले ही 22 यात्री जिंदा जलकर कोयले की शक्ल में तब्दील हो चुके थे।
वहीं कुछ यात्रियों ने खिड़की का शीशा तोड़कर खुद को बस से बाहर निकालने में सफल हुए। हालांकि वह भी आग की चपेट में आकर अस्पताल पहुंच चुके हैं।
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कहा जा रहा है कि हादसे में घायल और मरने वालों की संख्या काफी कम होती अगर बस में दो गेट होते, अमूमन आगे पीछे गेट होने की जगह रोडवेज की इस बस में सिर्फ बीच में एक गेट था। आग लगने के बाद सारे यात्री गेट की तरफ भागे, लेकिन आपस में ही उलझने और आग के गेट के ही पास से शुरू होने के चलते कोई दरवाजे से बाहर नहीं निकल सका। कुछ ने समझदारी और तेजी दिखाते खिड़की से निकलने में सफलता जरूर पाई।
हादसे के वक्त बस में 37 यात्रियों समेत सवार थे 41 लोग
रोडवेज से मिली जानकारी के अनुसार हादसा जिस समय हुआ उस समय बस में कुल 37 यात्री सवार थे। इसके अलावा बस का प्रथम चालक चन्द्रशेखर शुक्ला उसकी बेटी, द्वितीय चालक सुंदरलाल यादव, परिचालक अख्तर अजीज समेत कुल 41 लोग मौजूद थे।
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इन लोगों का चल रहा इलाज
हादसे में कुल 15 लोगों के घायल होने की सूचना है जिनमें से लखनऊ के आलमबाग निवासी संग्राम सिंह की पत्नी मीनू समेत गोण्डा के सोनू पुत्र राम सिंह, परिचालक अख्तर अजीज पुत्र जिलेउद्दीन, आकाश पुत्र अरूण सिंह, सोनू पुत्र शिव नारायण, विनोद पुत्र रामदयाल, श्री राम पुत्र रामनरेश, शंकर पुत्र श्रीराम, सोना पत्नी शंकर, बाराबंकी के श्री कृष्ण पुत्र घसीटा, बलरामपुर के रोहित तिवारी पुत्र श्रवण तिवारी, सिर्द्धाथनगर निवासी चालक प्रथम चन्द्रशेखर शुक्ला पुत्र दुखहरण, अमित शुक्ला पुत्र अरुण शुक्ला व रायबरेली के जुम्मन शाह पुत्र गुलाम शामिल हैं।
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वहीं दूसरी ओर में जान गंवाने वाले 22 लोगों में से अधिकतर के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान ही मुश्किल थी। एसएसपी बरेली लव कुमार ने बताया कि मृतक के शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। साथ ही पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।