पाक ने फिर की गोलाबारी, सुरक्षित निकाले गए 1000 लोग

संघर्ष विराम उल्लंघन
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम।

पाकिस्‍तान की नापाक हरकतों का दौर आज भी जारी रहा। पाक सैनिकों ने आज लगातार दूसरे दिन राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास के इलाकों में भारी गोलाबारी की। गोलाबारी में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा। हालात को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले 1000 लोगों को वहां से जबरन निकाला गया। वहीं भारतीय सेना ने पाक की इस हरकत का मुंह तोड़  जवाब दिया।

सेना के रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाक सेना ने राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सुबह छह बजकर 45 मिनट से एक बार फिर छोटे हथियारों, 82 मिमी और 120 मिमी मोर्टारों से अंधाधुंध गोलाबरी शुरू कर दी। हांलाकि भारतीय सेना की चौकियों ने प्रभावी और मजबूत ढंग से जवाब दिया।

यह भी पढ़े- PAK ने नौशेरा में किया सीजफायर का उल्‍लंघन, दो नागरिकों की मौत, तीन घायल

रजौरी के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि रजौरी के चिटीबकरी इलाके में संघर्ष विराम के ताजा उल्लंघन की बात भी सामने आई है। इसके अलावा रजौरी के मंजाकोटे इलाके में भारी गोलीबारी सुबह छह बजकर 20 मिनट पर शुरू हुई। सात से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। इकबाल चौधरी ने बताया कि इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है।

वहीं राहत शिविरों में रहने वाले प्रवासियों की संख्या में रातों रात 978 का इजाफा हुआ। अभी तक तीन गांवों से 259 परिवारों को निकाला जा चुका है। नौशेरा सेक्टर के 51 स्कूलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद किया गया है, जबकि मंजाकोट और डूंगी क्षेत्रों के 36 स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद किए गए हैं। 87 स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 4600 है।

पाकिस्तान की गोलेबारी के बाद, राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित विभिन्न इलाकों में से 1000 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। चौधरी ने कहा अधिकारियों और पुलिस ने अपनी जिंदगी को दांव पर लगाते हुए गोलाबारी से प्रभावित विभिन्न गांवों से 996 लोगों के सुरक्षित निकाला और जिला प्रशासन द्वारा स्थापित विभिन्न शिविरों में पहुंचाया।

यह भी पढ़े-  पाक की नापाक हरकत, रॉकेट दाग तोड़ा सीजफॉयर, दो जवान शहीद

इन शिविरों में राशन, भोजन पकाने, पेयजल, स्वच्छता, प्राथमिक उपचार और रहने की उचित व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। अब तक तीन शिविरों का संचालन शुरू किया जा चुका है और प्रभावित गांवों से संभावित प्रवास को ध्यान में रखते हुए 28 अन्य शिविरों को अधिसूचित कर दिया गया है।

इकबाल चौधरी ने बताया कि घायलों को उपचार के लिए ले जाने के लिए छह एंबुलेंसों को लगाया गया है। साथ ही नौशेरा में एक मोबाइल मेडिकल यूनिट को लगाया गया है और एक यूनिट अग्रिम इलाकों में लगाई गई है। राहत शिविर में सुविधाओं की व्यवस्था के लिए विभिन्न विभागों के लगभग 120 अधिकारी लगाए गए हैं।

यह भी पढ़े-  शवों से हैवानियत: सेना प्रमुख ने कहा पाक को मिलेगा जवाब, योजना का अभी नहीं करेंगे खुलासा

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने मृतक के परिजन को और घायलों को तत्काल राहत एवं आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई है। समन्वय के लिए एसडीएम नौशेरा के दफ्तर में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। पिछले माह सरकार ने कहा था कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने पिछले एक साल में 268 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया था।