आरयू वेब टीम। पहलगाम आतंकी हमले व भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना ने रातभर कई अग्रिम गांवों पर भारी गोलाबारी की, जिसमें महिला और दो बच्चों समेत अब तक करीब 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 50 से अधिक लोग घायल हो गए। सभी मौतें पुंछ जिले में हुई हैं, जो गोलीबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। पाकिस्तानी सेना ने पुंछ, राजौरी और उरी में भी गोलाबारी की, जिससे घरों को भारी नुकसान पहुंचा और कई वाहन जल गए।
वहीं उत्तरी कश्मीर के तंगधार में भी पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के पास आम नागरिकों को निशाना बनाया। तोपखाने से की गई गोलाबारी में एक कश्मीरी नागरिक का पूरा घर जलकर राख हो गया। छह और सात मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई इलाकों में भारी गोलीबारी की। जिसमें पुंछ व अन्य जगाहों पर हुई अंधाधुंध फायरिंग में 15 नागरिकों की मौत हुई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। पुंछ में मारे गए नागरिकों में महिला व चार मासूम बच्चे भी शामिल है।
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इसके अलावा राजौरी के ठंडीकस्सी में भी फायरिंग से चार लोग घायल हो गए। उरी सेक्टर में भी पाकिस्तानी सेना ने गोलाबारी की, जिसमें तीन बच्चों समेत दस नागरिक घायल हो गए। सलामाबाद के नौपोरा और कलगे इलाकों में गोलाबारी से कई घर क्षतिग्रस्त हुए। पाकिस्तानी गोलाबारी से दहशत के कारण कई परिवारों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। स्थानीय लोगों का कहना है कि फायरिंग इतनी तेज थी कि लोगों को भूमिगत बंकरों में छिपना पड़ा।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इसके जवाब में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत हमले कर आतंकियों के नौ ठिकानों को तबाह कर दिया था, इसके बाद से ही बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने भारतीय नागरिक को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।