आरयू ब्यूरो, लखनऊ/हाथरस। हाथरस में हैवानियत का शिकार हुई दलित युवती के परिजनों का हाल जानने के लिए रविवार को भी विपक्ष के तमाम नेता हाथरस पहुंच रहे थे। आज अपने पार्टी के नेता व समर्थकों के साथ हाथरस पहुंचे राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस ने जयंत चौधरी व आरएलडी के अन्य नेता व कार्यकर्ताओं पर उस समय लाठीचार्ज किया। जब जयंत चौधरी कुछ मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे। बातचीत के दौरान लाठीचार्ज होती देख आरएलडी के कार्यकर्ताओं ने तत्परता दिखाते हुए घेरा बनाकर अपने नेता को काफी हद तक बचा लिया। हालांकि पुलिस की लाठी पड़ने के चलते आरएलडीए के कई नेता व कार्यकर्ता घायल हो गए।
यह भी पढ़ें- हाथरस में हैवानियत की बलि चढ़ी युवती के भाई ने की DM के निलंबन व सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग
अब इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि मीडिया से बात करने के दौरान किस तरह से पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज को लेकर एक ओर जहां आरएलडी के लोगों में रोष है। वहीं वायरल वीडियो में पुलिस द्वारा उस समय लाठीचार्ज किए जाने को लेकर लोग विरोध दर्ज करा रहें हैं, जब जयंत चौधरी मीडिया से बात कर रहे थे। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि पुलिस अब वरिष्ठ नेताओं को भी जबरदस्ती निशाना बनाने से नहीं चूक रही है।
वहीं आज जयंत चौधरी ने हाथरस के पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात कर उनकी लड़ाई में उनका साथ देने व दोषियों को सजा दिलाने में हर संभव सहायता की बात कही है।
यह भी पढ़ें- पुलिस ने रोका, तो हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने पैदल ही चल पड़ें राहुल गांधी व प्रियंका,धक्का-मुक्की, लाठीचार्ज
इसके अलावा लाठीचार्ज की घटना को लेकर जयंत चौधरी ने ट्विट कर योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि अगर आपका लाठी चलाने का हक है, मेरा अपने लोगों के साथ खड़े होने का हक है। खूब लाठी चलाओ, हमारा निश्चय उतना ही मजबूत होगा। इसके अलावा जयंत चौधरी ने कहा है कि आठ अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में मिलेंगे।
पुलिस ने रोकना चाहा तो किया गया पथराव
दूसरी ओर लाठीचार्ज को लेकर हाथरस पुलिस के डिप्टी एसपी देव आनंद ने सफाई देते हुए मीडिया से कहा है कि जिले में धारा 144 लागू है और हर पॉलिटिकल पार्टी से सिर्फ पांच लोग गांव के अंदर जा रहे थे। आरएलडी और सपा से भी पांच लोगों का डेलीगेशन जा चुका था। हम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग के पास खड़े थे। तभी किसी ने एक महिला कांस्टेबल को धक्का देकर अंदर घुसने की कोशिश की। पुलिस ने जब रोकना चाहा तो पथराव किया गया, जिसमें हमारे कुछ साथी चोटिल हुए, पथराव व धक्का देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।