आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की देशभर में सराहना हो रही है। इससे हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। अब हमे मानवाधिकारों की रक्षा कॉमन मैन की दृष्टि से करनी होगी। पुलिस के हर अधिकारी को चाहिए कि वह प्रतिदिन कम से कम दो घंटे आम लोगों से मिले और उनकी समस्याओं को सुने। उनकी शिकायतों का प्रभावी तरीके निस्तारण किया जाए।
उक्त बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डायल-100 में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सम्मेलन (पुलिस वीक) को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज दिनोदिन बढ़ रहे अपराध रोकने के लिए तकनीक विकसित करने और बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही योगी ने शिकायतों की सुनवाई और समस्या निस्तारण को कार्यशैली का हिस्सा बनाने की भी बात कही।
पुलिस वीक के तहत हुए वरिष्ठ अधिकारियों के सम्मेलन में डीजीपी ओपी सिंह ने अपराधियों के डाटाबेस से संबंधित मोबाइल एप ‘त्रिनेत्र’ लॉन्च किया। ऐप के बारे में बताते हुए डीजीपी ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने और अपराध कम करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस अब व्यापक स्तर पर टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करने जा रही है।
यूपी पुलिस के पास होगा पांच लाख अपराधियों का डेटा
उन्होंने बताया कि ‘त्रिनेत्र’ ऐप के माध्यम से यूपी पुलिस के पास अब पांच लाख अपराधियों का डेटा होगा, जिसके साथ आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, फेस रिकग्निशन और एक होस्ट जैसी तमाम तकनीकी खूबियां होंगी। यह ऐप इन सभी जानकारियों के आधार पर पल भर में रिजल्ट देने में सक्षम है।
डीजीपी ने कहा कि इससे ड्यूटी कर रहे सिपाहियों को आरोपी के क्राइम रेकॉर्ड के बारे में आसानी से जानकारी मिल सकेगी। इसमें अपराधियों के फिंगरप्रिंट और वॉइस सैंपल भी उपलब्ध है, जिसकी मदद से डेटा को आसानी से सर्च किया जा सकता है। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि एक विशेष टीम इस ऐप को समय-समय पर अपडेट करेगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार, डीआइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार सहित छह पुलिस अधिकारियों/कर्मियों को उत्कृष्ठ सेवा पुलिस पदक प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय समेत पुलिस व प्रशासन के तमाम अधिकारी भी मौजूद रहें।
मा. मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी द्वारा एडीजी मेरठ ज़ोन प्रशांत कुमार, डीआईजी कानून एवं व्यवस्था, प्रवीण कुमार सहित छ: पुलिस अधिकारियों/ कर्मियों को उत्कृष्ठ सेवा पुलिस पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया।#UPPolice #UPPoliceWeek18 pic.twitter.com/pnTGswt6xA
— UP POLICE (@Uppolice) December 28, 2018