आरयू वेब टीम। सालों से रुकी शिक्षकों की ट्रांसफर प्रक्रिया पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि यह प्रक्रिया इसी साल अक्टूबर से शुरू होगी। साथ ही सतीश द्विवेदी ने कहा कि ट्रांसफर में किसी भी प्रकार की शिकायत या गड़बड़ी न हो इसलिए पूरी व्यवस्था में पारदर्शिता बरती जाएगी।
शिक्षा मंत्री आज जनपद बस्ती के प्राथमिक विद्यालय मरवटिया खास का औचक निरीक्षण करने पहुंचे और बच्चों से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि इस बार ट्रांसफर की प्रक्रिया में शिक्षकों को उनके गांव के बगल तक तैनाती की सुविधा दी जाएगी। इतना ही नहीं पांच साल पर होने वाले ट्रांसफर की व्यवस्था को तीन साल किया जाएगा। साथ ही महिलाओं को एक साल पर ही ट्रांसफर की सुविधा उपलब्ध होगी। मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षाकों को सारी सुविधा देने के लिए तैयार है।
वहीं मंत्री ने मीडिया को यह भी जानकारी देते हुए बताया कि प्रेरणा एप के माध्यम से शिक्षकों की छुट्टी ऑनलाइन करने की व्यवस्था की जा रही है। 1.6 करोड़ बच्चों की सुरक्षा, संरक्षा के लिए सरकार एक जिम्मेदार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्ररेणा एप को लेकर शिक्षकों को विरोध नहीं करना चाहिए।
यह भी पढ़ें- शिक्षक संगठनों के साथ बैठक कर उप मुख्यमंत्री ने जाना शिक्षकों की समस्याएं फिर अधिकारियों को दिए निर्देश
बता दें कि आगामी पांच सितंबर से यूपी में शिक्षकों को प्रेरणा एप के माध्यम से हाजिरी लगानी होगी। अब इसका असर भी शिक्षकों में देखने को मिल रहा। अभी तक गैर शिक्षण कार्यों में जुटे शिक्षकों, शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को उनके संबंधित स्कूलों से संबद्ध करने का आदेश जारी हो चुका है। लिहाजा कार्यालय से संबद्ध होकर अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के माथे पर शिकन देखने को मिल रही है।
यह भी पढ़ें- पुरानी पेंशन समेत सात सूत्री मांगों को लेकर शिक्षकों ने किया विधानसभा के सामने प्रदर्शन, गिरफ्तार
वहीं कई शिक्षक संगठन इस एप की खामियां उजागर कर इसका विरोध कर रहे हैं। दरअसल, तमाम शिक्षक मजबूरी में दूरदराज के विद्यालयों में नियुक्ति तो ले लेते हैं, लेकिन वे उन स्कूलों में शिक्षण कार्य करना पसंद नहीं करते हैं। इससे दूरदराज के विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो पा रही। इसलिए सरकार ने ऑनलाइन मोनिटरिंग के लिए प्रेरणा एप बनाया है। अब पांच सितंबर से सभी शिक्षकों को इस एप के जरिए फोटो शेयर कर हाजिरी लगानी होगी। इतना ही नहीं प्रतिदिन छात्रों की संख्या भी फोटो के साथ शेयर करनी होगी।