आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के मद्देनजर मिर्जापुर में छुट्टा पशुओं को पकड़नें के लिए अभियंताओं की ड्यूटी लगाने को लेकर बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हमला बोला है। प्रियंका किसानों की समस्याओं का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक रस्सी लाकर अपनी भी जिम्मेदारी बांध लीजिए।
प्रियंका ने आज अपने सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियों पोस्ट करते हुए कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में किसान आवारा पशुओं की समस्या से परेशान हैं। मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में व्यवधान न हो इसलिए इंजीनियर रस्सी लेकर खड़े हैं। अरे एक रस्सी लाकर अपनी जिम्मेदारी को भी उससे बांध लीजिए। आखिर किसानों की फसल बर्बादी की जिम्मेदारी तो सरकार को लेनी ही पड़ेगी।
इस ट्वीट के साथ प्रियंका ने एक वीडियो भी अपलोड किया है, जिसमें किसान आवारा पशुओं के कारण होने वाले नुकसान और समस्या को लेकर गीत गा रहे हैं। वीडियो में अंनदाता लाठी लेकर पशुओं से अपनी फसलों की रखवाले के लिए परेशान होते नजर आ रहे हैं। इसमें कहा गया है कि यूपी किसान की लाचारी, दिन भर मेहनत रात में चौकीदारी।
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दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गंगा यात्रा में मिर्जापुर जिले में आने के दौरान लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता कन्हैया झा ने नौ अवर अभियंताओं को पत्र जारी किया। इसमें निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री के भ्रमण कार्यक्रम में पुलिस लाइन से विरोही तक उनकी ड्यूटी लगाई गई है। अवर अभियंता अपने गैंग के साथ आठ से दस रस्सी लेकर कार्यस्थल पर मौजूद रहें। इस दौरान आवारा पशु सड़क पर आए तो उनको बांध कर रखेंगे। जिससे मुख्यमंत्री के आवागमन में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। अधिशासी अभियंता ने पत्र की प्रतिलिपि अवर अभियंताओं के साथ जिलाधिकारी को भी भेजी थी। अधिशासी अभियंता का आदेश पत्र वायरल हुआ तो विरोध भी शुरु हो गया।
डिप्लोमा इंजीनियर संघ के अध्यक्ष विजय सिंह ने भी अधिशासी अभियंता को पत्र लिखकर ड्यूटी लगाए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने साफ कहा कि उनके इंजीनियर पशुओं को पकड़ने में ट्रेंड नहीं है और अगर किसी भी कर्मचारी को चोट लगती है तो उसकी जिम्मेदारी इंजीनियर एसोसिएशन की नहीं होगी। बेहतर है कि प्रशासन किसी दूसरे एजेंसी से इस काम को कराएं।
ड्यूटी लगाने का पत्र वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लिया। उनके आदेश पर अधिशासी अभियंता ने त्रुटिवश आदेश जारी होने की बात कहकर इसे निरस्त करने संबंधी पत्र जारी किया।