आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा जागरूकता को सबसे बड़ी देशभक्ति बताए जाने वाले बयान को लेकर बुधवार को भाजपा ने सीधे तौर पर उनपर हमला बोला है। आज बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में योगी सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति में प्रियंका वाड्रा ने कहा कि देशभक्ति का मतलब जागरुकता और सही निर्णय यानि सही वोट ही जनता की सबसे बड़ी देशभक्ति है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस बारे में वो प्रियंका गांधी से छह सवाल पूछना चाहते हैं, जिनके जवाब उन्हें देने चाहिए-
– स्वास्थ्य मंत्री ने पहला सवाल उठाते हुए पूछा है कि आतंकी को ‘जी’ लगाकर संबोधित करना देशभक्ति की श्रेणी में है या नही?
– क्या साल 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के नेताओं द्वारा भारतीय सेना से सबूत मांगना देशभक्ति है या नहीं?
– पुलवामा के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान की सीमाओं में घुसकर आतंकियों के बड़े ठिकानों को ध्वस्त करना और फिर कांग्रेस द्वारा सबूत मांगना देश भक्ति है या नहीं?
– क्या 26 नवंबर 2008 के आतंकी हमले के बाद मनमोहन सिंह की सरकार ने भारतीय सेना को पाकिस्तान पर कोई कार्रवाई करने की इजाजत न देना, देशभक्ति की नीति के तहत आता है या नही ?
– भारत तेरे टुकड़े होंगे…..इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह..’कहने वालों के साथ उनके समर्थन में खड़े होना,क्या देशभक्ति की श्रेणी में है या नही?
– उच्च राजनीतिक पदों पर बैठे लोगों के परिवार द्वारा आम जनता की गाढ़ी कमाई को लूटना क्या देशभक्ति की श्रेणी में आता है या नही?
इस दौरान राहुल गांधी पर सवाल उठाते हुए सिद्धार्थनाथ सिंह बोले कि हम क्या राहुल को कांग्रेस भी सीरियस नहीं लेती, यही वजह है कि सोनिया जी और राहुल गांधी के होने के बाद भी प्रियंका को मैदान में उतारना पड़ा।
इस दौरान प्रियंका गांधी द्वारा अपना नाम प्रियंका गांधी वॉड्रा बताए जाने पर भी तर्क देते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार इंदिरा गांधी है, उन्हें इंदिरा नेहरू गांधी नहीं कहा जाता और जिस तरह सोनिया जी राजीव जी से विवाह करके सोनिया गांधी है ठीक वैसे ही प्रियंका वाड्रा है। प्रेसवार्ता मेें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव व अन्य नेता मौजूद रहें।