रोजगार तबाह करने व मोदी के पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने की साजिश थी नोटबंदी: राहुल

नोटबंदी की लाइन
नोट बदलवाने के लिए लाइन में लगे लोग। (फाइल फोटो)

आरयू वेब टीम। नोटबंदी की बरसी को आज सात साल पूरे हो गए हैं। जिसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि रोजगार तबाह करने व मोदी के पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने की नोटबंदी एक सोची समझी साजिश थी। इसके जरिए रोजगार को तबाह किया गया और असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़कर रख दिया गया है।

आज राहुल ने नोटबंदी को एक हथियार बताते हुए कहा कि नोटबंदी के जरिए परम मित्र (गौतम अडानी) की झोली भरकर उसे 609 से दुनिया का दूसरा सबसे अमीर शख्स बनाया गया। राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘नोटबंदी एक सोची समझी साजिश थी। रोजगार तबाह करने की, श्रमिकों की आमदनी रोकने की, छोटे व्यापारों को खत्म करने की, किसानों को नुकसान पहुंचाने की और असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़ने की। 99 प्रतिशत आम भारतीयों पर हमला, एक प्रतिशत पूंजीपति मोदी ‘मित्रों’ को फायदा। ये एक हथियार था, आपकी जेब काटने का – परम मित्र की झोली भरकर उसे 609 से दुनिया का दूसरा सबसे अमीर बनाने का।

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वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीरंजन चौधरी ने एक्स पर एक पोस्ट कर नरेंद्र मोदी से पूछा, ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, आज नोटबंदी की सातवीं वर्षगांठ है जिसे भारत से काले धन के उन्मूलन के लिए आपके दूरदर्शी कदम के रूप में प्रचारित किया गया था। अब क्या हमें इस अवसर का जश्‍न मनाना चाहिए या घोर विफलता का शोक।”

उन्‍होंने मोदी सरकार के उस समय प्रचलन में मौजूद 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले की सातवीं वर्षगांठ पर यह टिप्‍पणी की है।

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