जयंती पर लोकनायक को याद कर बोले अखिलेश, योगी सरकार की आंख में खटक रहा JPNIC इसलिए कर रही बर्बाद

जेपीएनआइसी
जयंती पर लोकनायक को याद करने जेपीएनआइसी पहुंचे सपाई।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। भारत रत्‍न व लोकनायक जय प्रकाश नारायण की रविवार को देशभर में 118वीं जयंती मनायी गयी। इस मौके पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लोकनायक को याद करते हुए उन्‍हें नमन किया। साथ ही इस मौके पर आज अखिलेश यादव ने करीब 90 प्रतिशत काम पूरा होने के बाद भी शुरू होने के इंतजार में सालों से गोमतीनगर में खड़े जेपीएनआइसी का भी जिक्र करते हुए योगी सरकार पर हमला बोला।

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि यूपी में हर मोर्चे पर फेल हो चुकी मजबूर सरकार है। इस सरकार को सपा में हुए विकास कार्यों से चिढ़  है, अगर ऐसा नहीं होता तो लोकनायक जेपी अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की उपेक्षा नहीं होती। यूपी के भव्य स्थलों में से एक यह केंद्र भाजपा सरकार की आंख में खटक रहा, इसीलिए उसको बर्बाद किया जा रहा।

जेपीएनआइसी परिसर झाड़-झंखाड़ उग आया

अखिलेश ने आगे कहा कि रख-रखाव के अभाव में परिसर में जेपीएनआइसी परिसर झाड़-झंखाड़ उग आया है। पत्थर टूटने लगे हैं, संग्रहालय भी बंद पड़ा है। समाजवादी सरकार के समय जो थोड़ा काम रह गया था उसके लिए भाजपा सरकार बजट नहीं दे रही है। इससे जाहिर है कि भाजपा सरकार और इसके नेतृत्व की मानसिकता कितनी निम्न स्तरीय हैं वह प्रदेश को विकास के नहीं, विनाश के रास्ते पर ले जाना चाहती है।

भाजपा ने बना दिया खंडहर 

हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा से जुड़े लोगों का स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं था, इसलिए उन्हें जेपी सेंटर की महत्‍व और आवश्यकता का क्या अंदाजा हो सकता है? यह सेंटर लोकतंत्र की प्राण प्रतिष्ठा का मंदिर है, जहां भारत के गौरवशाली अतीत के साथ समाजवादी विचारधारा का भी इतिहास अंकित किया गया है। उच्चस्तरीय विमर्श और शोध के लिए यह केंद्र अत्यंत उपयोगी है, लेकिन भाजपा ने इसे खंडहर बना दिया है और अब उसकी मंशा औने-पौने दाम में बेंचकर लोकतंत्र रक्षक सेनानी की निशानी भी मिटा देने की है।

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जेपीएनआइसी

…तो लोकतंत्र का सम्मान कैसे बचेगा?

भाजपा सरकार को आज नसीहत देते हुए अखिलेश ने यह भी कहा कि सत्‍ता को संविधान की परिधि में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। संविधान किसी को भी मनमानी और स्वेच्छाचारी आचरण की अनुमति नहीं देता है। सत्‍ता द्वारा जनता का अपमान करने या विपक्ष के प्रति रागद्वेष की भावना से लोकतंत्र आहत होता है। सत्‍ता के शीर्ष पर बैठे लोग विपक्ष को अपमानित करेंगे तो लोकतंत्र का सम्मान कैसे बचेगा? विपक्ष पर आरोप लगने से विपक्ष कमजोर नहीं होगा।

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मनमानी के ही विरूद्ध थी लोकनायक की लड़ाई  

जेपी का जिक्र करते हुए सपा अध्‍यक्ष ने आज कहा कि लोकनायक की भी लड़ाई सत्‍ता की मनमानी के ही विरूद्ध थी। भाजपा सरकार को याद रखना चाहिए लोकतंत्र सत्‍ता के लिए नहीं जनता के भले के लिए होता है। लोकराज चलाने के लिए लोकलाज का आचरण करना सीखना चाहिए। लोकनायक में जरा भी सत्‍ता की चाह नहीं थी। वे जनतांत्रिक मान्यताओं के लिए समर्पित थे। उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।

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लोकनायक की प्रतिमा पर सपा…

वहीं आज जयंती के मौके पर पूर्व सीएम के निर्देश पर जेपीएनआइसी परिसर स्थित लोकनायक की प्रतिमा पर सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी व प्रदेश अध्‍यक्ष नरेश उत्तम पटेल समेत सपा के तमाम नेताओं व कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर उन्‍हें याद किया किया।

इस दौरान एमएलसी अरविंद कुमार सिंह एवं राजेश यादव, विधायक इंदल रावत और गोमती यादव, सपा जिलाध्‍यक्ष जय सिंह जयंत, महानगर अध्‍यक्ष सुशील दीक्षित, राहुल सिंह, प्रदीप शर्मा, सौरभ यादव, शब्बीर खान, दीपक रंजन, दीपू श्रीवास्तव, प्रेमलता यादव, मीना यादव, आरती सिंह, अनुपम यादव, माधुर्य सिंह, मधुप सिंह यादव व अंकुर पांडेय भी मौजूद रहें।

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