लखनऊ में मेले का शुभारंभ कर बोले उप राष्ट्रपति, स्वास्थ्य तभी रहेगा अच्छा, जब ठीक रहेगी शासन व्यवस्था

स्वास्थ्य मेला
कार्यक्रम को संबोधित करते उपराष्‍ट्रपति।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। स्वास्थ्य तभी अच्छा रहेगा जब शासन व्यवस्था ठीक रहेगी। स्वास्थ्य पर सबसे अधिक कुठाराघात भ्रष्टाचार की वजह से पड़ता है। भ्रष्टाचारी बीमारी बढ़ाता है, लेकिन अब भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं है। मौजूद समय में जो भी भ्रष्टाचार करता है कानून का शिकंजा उस तक पहुंच ही जाता है। भ्रष्टाचार करने वाला चाहे जितने बड़े परिवार या नाम का हो कानून सबके लिए बराबर काम कर रहा है।

उक्त बातें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को राजाजीपुरम स्थित पीएनटी ग्राउंड पर दो दिवसीय अटल स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन कर कार्यक्रम को संबोधित कर कहीं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति में राजाजीपुरम स्थित पीएनटी ग्राउंड पर दो दिवसीय अटल स्वास्थ्य मेला आज से शुरू हुआ है।

इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि स्वस्थ जीवन ही जीवन है। आपके पास एक ही विकल्प है स्वस्थ रहना। माया का सुख भी तभी मिलेगा, जब निरोगी काया होगी। साथ ही पूर्व की कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि एक समय था जब आम जनता को दिल्ली से चलने वाला पैसा पूरा नहीं मिलता था, लेकिन आज के समय में सौ प्रतिशत मिल रहा है। अटल जी की जो आकांक्षा और भावनाएं थीं वह आज पूरी हो रही हैं।

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अटल जी होते तो देखते कि उनका सपना सार्थक हो रहा है। आज भारत किसी के दृष्टिकोण का मोहताज नहीं है, हमारा देश पूरी दुनिया को दिशा दे रहा है। एक समय था कि स्वास्थ्य के मामले में हमने अंग्रेजियत को अपना लिया था, लेकिन मौजूदा सरकार ने आयुष मंत्रालय का गठन कर हमें अपनी पुरानी पद्धति को अपनाने का अवसर दिया है।

अटल स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन कर उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह मेरे लिए भावुक पल है। मुझे अटल जी का सानिध्य मिला है। सैद्धान्तिक मुद्दों पर अटल जी अटल थे। आज अटल जी होते तो देखते कि आज का भारत दुनिया के शिखर पर जा रहा है। आज भारत दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था है। भारत दुनिया में तीसरी महाशक्ति बनने जा रहा है। इसके लिए सबका स्वस्थ होना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि प्रतिभा कितनी भी अच्छी हो, लेकिन स्वास्थ्य अच्छा नहीं होता तो कुछ भी नहीं कर पायेंगे। इसलिए स्वस्थ रहना ही हमारे पास एकमात्र विकल्प है। इस पर भी सोचना होगा कि हम बीमार ही न पड़ें। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लेकर उपराष्ट्रपति ने कहा जब उनसे मुलाकात होती है तो उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करता हूं।

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