आरयू ब्यूरो,लखनऊ। हैवानों द्वारा जिंदा जलाई गयी उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की दिल्ली में मौत के बाद एक बार फिर लोगों का गुस्सा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर फूट पड़ा है। इसी बीच शनिवार को पीड़िता की मौत पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के साथ विधानसभा के बाहर धरना दिया।
धरने के दौरान अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार में बेटियों के खिलाफ अपराध बढ़ा है। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार कानून-व्यवस्था ठीक होने का दावा करती है, लेकिन राज्य सरकार एक बेटी की जान नहीं बचा पाई। उन्नाव की घटना बेहद दुखद और निंदनीय है।
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मीडिया से बात करते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री, होम सेक्रेटरी और डीजीपी के हटे बिना बेटियां सुरक्षित नहीं हो सकतीं। अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि केस में जो आरोपित हैं, वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आज के युग में इस तरह की घटना होगी कि जिंदा जला देगा कोई? वह बेटी एक किलोमीटर तक जलती हुई भागी थी।
उन्होंने कहा कि उन्नाव की बेटी जिंदा रहना चाहती थी, लेकिन डॉक्टरों की कोशिश की बाद भी वह नहीं बची। बीजेपी सरकार में यह पहली घटना नहीं है। बीजेपी सरकार में बेटियां न्याय मांग रही हैं।
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वहीं भाजपा नेताओं से जुड़ी गैंगरेप व अन्य पिछली घटनाओं का जिक्र करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि याद कीजिए उन्नाव की एक बेटी ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर आकर खुद की जान देने की कोशिश की थी। बाराबंकी की बेटी ने आत्मदाह कर लिया, उसकी जान नहीं बची।
सपा मुखिया आज पूर्वान्ह करीब 11 बजे विधानभवन के सामने पहुंचे। धरने पर बैठने से पहले उन्होंने दो मिनट का मौन रखकर शोक सभा की और पीड़िता को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी भी मौजूद रहें। वहीं अखिलेश के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही कार्यकर्ताओं का विधानभवन के पास जुटना शुरू हो गया था।