व्‍यापारी से आभूषण लूटने वाले चार बदमाश गिरफ्तार, गहने बरामद, बहन की शादी के लिए कवाब वाला बना लुटेरा

आंख में मिर्च
नकाबपोश आरोपितों को मीडिया के सामने पेश कर जानकारी देते एसपी नार्थ सुकीर्ति माधव साथ में सीओ कैंट व गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। पीजीआइ इलाके के शहीद पथ के समीप बीती 22 अप्रैल को आभूषण व्‍यापारी दिलीप कुमार की आंख में मिर्च स्‍प्रे कर नौ लाख रुपए के गहने लूटने वाले चार बदमाशों को गुरुवार को पीजीआइ पुलिस ने क्षेत्र से ही धर दबोचा है। पुलिस ने चारों के पास से घटना में इस्‍तेमाल होण्‍डा सिटी कार के अलावा व्‍यापारी से लूटे गए लाखों रुपए के गहने व अन्‍य सामान भी बरामद कर राहत की सांस ली है।

पकड़े गए आरोपितों को आज अपने कार्यालय में मीडिया के सामने पेश करते हुए एएसपी नार्थ सुर्कीत माधव ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस की टीम लुटेरों की तलाश में लगी थी। इस दौरान आज पीजीआइ पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में शामिल लुटेरे सेक्‍टर आठ शहीद पथ अंडर पास के नीचे अपनी कार के साथ कही घटना को अंजाम देने की फिराक में खड़े हैं।

जिसपर पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर वृन्‍दावन कॉलोनी निवासी सोनू मिश्रा व राधेश्‍याम के अलावा आलमबाग के चंदरनगर निवासी विशाल पाल उर्फ गोल्‍डी और कानपुर जिले के रसूलाबाद निवासी प्रेम बाबू को धर दबोचा।

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कृष्‍णानगर कोतवाली का हिस्‍ट्रीशीटर है मास्‍टरमाइंड-

एसपी नार्थ के अनुसार पकड़ा गया विशाल पाल घटना का मास्‍टरमाइंड है। विशाल कृष्‍णानगर का हिस्‍ट्रीशीटर होने के साथ ही उसके ऊपर पीजीआइ, कृष्‍णानगर, ठाकुरगंज, आशियाना व तालकटोरा में लूट, चोरी, आर्म्‍स एक्‍ट व गैंगस्‍टर एक्‍ट के तहत कुल 14 मुकदमें दर्ज है। इसके अलावा घटना में शामिल सोनू भी हत्‍या व डकैती जैसे संगीन मामले में पीजीआइ कोतवाली से 2016 में जेल जा चुका है। जबकि प्रेम, राधेश्‍याम के अलावा घटना में शामिल कार मालिक हारून के अपराधिक रिकॉर्ड का पता नहीं चल सका है। काकोरी क्षेत्र के निवासी हारून की फिलहाल पुलिस तलाश कर रही है।

एएसपी नार्थ ने बताया कि सरगना विशाल काफी शातिर अपराधी है। वो ऐसे ही लोगों से अपराध कराना चाहता था जिनकी कोई क्राइम हिस्‍ट्री न हो। इस वजह वो ऐसे लोगों को ढ़ूढता रहता था जिन्‍हें पैसों की सख्‍त जरूरत हो इसी बीच उसे पता चला कि पीजीआइ क्षेत्र में कवाब पराठे की दुकान लगाने वाले प्रेम के बहन की आठ जून को शादी है और वो पैसों के लिए काफी परेशान है। प्रेम की इसी कमजोरी का फायदा उठाकर विशाल ने उसे भी घटना में शामिल कर लुटेरा बना दिया।

पंचर की दुकान पर काम करता है राधेश्‍याम

इसके अलावा पहली बार अपराध करने के मामले में पकड़ा गया राधेश्‍याम पंचर की दुकान पर काम करता था। दिलीप कुमार को टारगेट करने के बाद राधेश्‍याम की प्‍लेटिना बाइक से दिलीप के दुकान आने-जाने वाले रास्‍ते की रैकी की गयी थी, पुलिस ने बाइक भी बरामद कर लिया है।

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घटना में शामिल नहीं थी महिला, गोली भी नहीं चली

वहीं प्रेसवार्ता में सीओ कैंट तनु उपाध्‍याय ने बताया कि घटना के बाद व्‍यापारी द्वारा कहा गया था कि घटना में चार बदमाशों के अलावा एक महिला भी शामिल थी, लेकिन लुटेरों के पकड़े जाने पर ये बात साफ हो सकी कि पांचों लुटेरे पुरुष ही थे। हालांकि प्रेम ने चेहरे को इस तरह से बांध रखा था कि रात के अंधेरे में व्‍यापारी उसे महिला समझा बैठा था। इसके अलावा गोली चलने वाली बात भी गलत निकली। पुलिस की गहन जांच और पकड़े गए बदमाशों की पूछताछ में साफ हो गया था कि घटना के दौरान गोली नहीं चलाई गयी थी।

सीसीटीवी से बनाई दूरी, मोबाइल का भी नहीं किया इस्‍तेमाल

सीओ ने बताया लूट को काफी शातिराना ढ़ग से अंजाम दिया गया था। इस पूरी घटना के दौरान बदमाशों ने इस बात की खास तैयारी की थी कि उनका चेहरा किसी सीसीटीवी कैमरे में न कैद हो और ऐसा हुआ भी। इसके अलावा लुटेरों ने तय योजना के अनुसार मोबाइल का भी इस्‍तेमाल नहीं किया। हालांकि पुलिस के मुखबिर तंत्र के आगे उनकी सारी चालाकी फेल हो गयी।

हेड कांस्‍टेबल को मिलेगा ईनाम

एएसपी नार्थ ने बताया कि सनसनीखेज घटना के खुलासे और बरामदगी में पीजीआइ कोतवाली के हेड कांस्‍टेबल विमल कुमार की भूमिका काफी सराहनीय रही है। विमल के काम को देखते हुए उसे अधिकारियों की ओर से ईनाम दिलाया जाएगा।

आरोपितों के पास से बरामद हुए ये सामान व गहने

घटना में इस्‍तेमाल होंडा सिटी कार, प्‍लेटिना बाइक व मिर्ची स्‍प्रे के अलावा व्‍यापारी के पास से लूटे गए सोने के दो जोड़ी टप्‍स, चार अंगूठी, एक जोड़ी ब्रजवाला, दो जोड़ी झुमकी, एक लॉकेट, व नाक की 53 कील साथ ही चांदी की 26 जोड़ी पायल, एक ब्रेसलेट, चार ग्‍लास, दो कटोर, प्‍लेट व अन्‍य सामान।

गिरफ्तारी करने वाली टीम-

इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ अशोक कुमार सरोज, एसआइ राजू सिंह, अरविंद कुमार, हेड कांस्‍टेबल विमल कुमार, राधेश्‍याम, कांस्‍टेबल प्रवीण कुमार, विकास यादव व सोनू सिंह।

बताते चलें कि वृन्‍दावन कालोनी के सेक्‍टर सात निवासी दिलीप कुमार कन्‍नौजिया की नीलमथा बाजार में नैना ज्‍वेलर्स के नाम से आभूषणों की दुकान है। 22 अप्रैल की रात वो दुकान बंद करने के बाद आभूषणों से भरा बैग लेकर स्‍कूटी से अपने घर लौट रहे थे कि घर से कुछ पहले ही कार सवार पांच बदमाशों ने दिलीप की आंख में मिर्च स्‍प्रे कर आभूषणों से भरा बैग लूट लिया था।

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