‘जहां अखिलेश वहां विजय’ के नारे के साथ रामगोपाल ने नेताओं को लिखा पत्र

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आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। शिवपाल यादव के एमएलसी उदयवीर सिंह के निष्‍कासित करने और नई युवा फ्रंटल इकाई घोषित करने के अगले दिन सुबह रविवार को प्रो. रामगोपाल यादव ने एक सनसनीखेज लेटर लिखकर यादव परिवार के मतभेद को अलग दिशा दे दी। सपा कुनबे में चल रही उठापटक के बीच सपा के वरिष्‍ठ नेताओं को लिखे गए पत्र में उन्‍होंने साफ तौर पर लिखा हैं कि जहां अखिलेश वहां विजय। उन्‍होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सीएम अखिलेश के नेतृत्‍व में यूपी में सपा सरकार बने। बिना किसी का नाम लिये उन्‍होंने कहा कि वह लोग हर हालत में चाहते हैं कि अखिलेश हारे। हमारी सोच सकारात्‍मक हैं और उनकी नकारात्‍मक। पार्टी के लिए अपमान सहने और खून बहाने वाले मुख्‍यमंत्री के साथ हैं। जबकि दूसरी ओर वह लोग हैं जिन्‍होंने हजारों करोड़ रूपए कमाया, सत्‍ता का दुरूपयोग करने के साथ ही व्‍यभिचार किया। जनता को भ्रमित करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं।

आगे लिखा कि बहकावें में आने की जरूरत नहीं हैं। अगामी रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस हैं। इस फांस को और शार्प करना है। अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह भी नहीं देख पाएंगे। अखिर में न डरे और न विचलित होने के साथ ही जहां अखिलेश वहां विजय का नारा लिखकर अपनी बात को प्रो. रामगोपाल ने विराम दिया। इस पूरे लेटर में कही भी उन्‍होंने किसी का नाम नहीं लिया हैं, हालांकि उनका निशाना अपने और अखिलेश विरोधी सपाईयों पर ही था। इस लेटर के बाद दूसरी ओर से भी जवाब आना तय माना जा रहा है।