योगी सरकार में परेशान किसान कर रहा त्राहि-त्राहि: प्रियंका

कांग्रेस

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के किसानों की समस्‍याओं को लेकर रविवार को कांग्रेस ने योगी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार में किसानों को सबसे ज्‍यादा परेशान बताते हुए कहा कि योगी सरकार की कार्रवाई से परेशान अब त्राहि-त्राहि कर रहा है।

कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्‍ता प्रियंका गुप्‍ता ने आज अपने एक बयान में मीडिया से कहा कि प्रदेश के किसान किन हालातों से गुजर रहे हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आगरा का किसान प्रदीप शर्मा 19 हजार किलो आलू महज 490 रुपए में बेच पाता है। इससे क्षुब्‍द्ध वो किसान इस रकम को भी प्रधानमंत्री के पास भेज देता है।

अब किसान आलू, टमाटर व अन्‍य उपजों को सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी उपज का न तो समुचित मूल्य मिल पा रहा है और न ही कोल्‍ड स्‍टोरेज में उसे रखवाने के लिए उनके पास पैसे है। इन हालातों के बीच जब किसान अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाते हैं तो सरकार उन पर लाठियां और गोलियां चलवाती है।

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वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदेश प्रवक्‍ता ने कहा कि सत्‍ता में आने से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किसानों को उनकी उपज की लागत का डेढ़ गुना लाभ देने का वादा किया था, लेकिन अब नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआबी) के ही आंकड़े बता रहे हैं कि योगी सरकार में परेशान किसान सबसे ज्‍यादा आत्‍महत्‍या कर रहा है। साथ ही मौजूदा समय में कृषि संकट की सबसे बड़ी वजह किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य नहीं मिल पाना भी बन गया है।

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गन्‍ना किसानों की बात करते हुए प्रियंका गुप्‍ता ने कहा कि गन्ना किसान योगी सरकार में दोहरी मार झेल रहे हैं, एक तरफ इनके गन्ना मूल्य के बकाये का भुगतान नहीं हो रहा है, जबकि मुख्यमंत्री ने खुद 30 नवंबर 2018 तक किसानों को गन्ना भुगतान कराने का वादा किया था। अब भुगतान नहीं होने की वजह से  किसान कृषि कार्य में इस्‍तेमाल विद्युत के मूल्य का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। दूसरी ओर तंगहाली और के इस दौर में किसानों के बकाये के लिए विद्युत विभाग न सिर्फ उनके कनेक्‍शन काट रहा है, बल्कि मुकदमें दर्ज कराकर रिकवरी की नोटिस भी भेज रहा है, जिससे किसान काफी अवसाद में जा रहे हैं।

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