ट्राले डीसीएम की टक्‍कर
हादसे के बाद घायल को ले जाती पुलिस।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन में फंसे मजदूरों पर हालात लगातार कहर बनकर टूट रहें हैं। शनिवार तड़के औरैया जनपद में ट्राले व डीसीएम की टक्‍कर में 24 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गयी है। जबकि दर्जनों मजदूर घायल हैं, घायलों में 22 मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है।

दिल दहला देने वाला यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूर डीसीएम व ट्रॉले पर सवार होकर अपने घर जा रहे थे। हादसे से जहां औरैया से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया है। वहीं अपनों से मिलने की आस जोह रहे मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा है। हादसे की वजह नशा था या फिर नींद यह अभी स्‍पष्‍ट नहीं हो सका है।

सीएमओ औरैया अर्चना श्रीवास्‍तव ने बताया कि हादसे के बाद 24 मजदूरों को जिला अस्‍पताल में मृत अवस्‍था में लाया गया था। जबकि 22 घायल अस्‍पताल में भर्ती किए गए हैं, वहीं हादसे में घायल 15 लोगों की हालत गंभीर थी, जिन्‍हें पीजीआइ सैफई के लिए रेफर कर दिया गया है। हादसे में जान गंवाने व घायलों में उत्‍तर प्रदेश के कुशीनगर व गोरखपुर के अलावा अन्‍य जिलों के निवासी मजदूरों के अलावा बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के भी मजदूर शामिल हैं।

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वहीं बाद में आइजी कानपुर मोहित अग्रवाल ने बताया कि हादसे में 24 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अब तक 22 मजदूरों की हालत गंभीर होने पर उन्‍हें सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। 12 लोगों का जिला अस्पताल औरैया में इलाज कराया जा रहा है। पुलिस का पूरा प्रयास है कि जो घायल हैं वो सही सलामत अपने घर पहुंचे।

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बताया जा रहा है कि औरैया कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाइवे पर चिहुली के पास स्थित एक ढाबे पर आज तड़के चूने की बोरियां लदे ट्रॉले के ऊपर सवार मजदूर चाय पीने के लिए रूके ही थे कि तभी पीछे से तेज रफ्तार में आयी डीसीएम ने ट्रॉले को टक्‍कर मार दी। टक्‍कर इतनी जबरदस्‍त थी कि दोनों ही वाहन सड़क किनारे पलट गए। जिसके चलते मजदूर चूने की बोरियों के नीचे दब गए। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गयी।

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सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की टीम ने क्रेन की सहायता से राहत व बचाव शुरू करते हुए घायलों को बोरिया के नीचे से निकालकर औरैया जिला अस्‍पताल पहुंचाया। जहां डॉक्‍टरों ने जांच के बाद 24 मजदूरों को मृत घोषित कर दिया, जबकि 15 मजदूरों की हालत गंभीर बताते हुए सैफई के लिए रेफर कर दिया।

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साथ ही 12 मजदूरों को जिला अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा कई अन्‍य मजदूर भी थे, जिन्‍हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। घायलों की हालत को देखते हुए हादसे में मृतकों की संख्‍या में बढ़ोतरी होने की संभावना जतायी जा रही थी।

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वहीं इस पूरे मामले का एक दुखद पहलू यह भी सामने आया है कि हादसे के समय अधिकतर मजदूर सो रहे थे, जिन्‍हें संभलने का भी मौका नहीं मिला। मजदूरों का मानना था कि खड़े ट्राले का टक्‍कर मारने वाली डीसीएम का चालक नशे में था, हालांकि अभी इस बारे में पुलिस व प्रशासनिक अफसर जांच की बात कर रहें हैं।

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हादसे में जान गंवाने वालों में पांच मजदूर यूपी, दो बिहार, सात झारखंड व चार पश्चिम बंगाल के निवासी थे। जबकि छह मृतकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। वहीं हादसे की सूचना पाकर शनिवार दोपहर तक कुछ मृतकों व घायलों के परिजन औरैया जिला अस्‍पताल पहुंच चुके थे। उनके रोने-पीटने से माहौल गमगीन था।

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हादसे में जान गंवाने वाले इन 18 मजदूरों की हुई पहचान- 

उत्तर प्रदेश- 

1- अर्जुन चौहान पुत्र गोविंद चौहान निवासी,थाना मुंडेरा कमाल गंज।जनपद कुशीनगर।

2- मुकेश पुत्र श्रीधर विश्वकर्मा थाना ओराई संत रविदास नगर।

3- नंद किशोर निवासी भटपुरा मऊ रानी झांसी।

4- राकेश पता अज्ञात।

5- कीर्ति पता अज्ञात।

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झारखंड-

1- राहुल सहीस पुत्र विभूति ग्राम गोलाल पुर थाना पिंडरा जोरा जिला बोकारो।

2- कनि लाला पुत्र जीता महोत निवासी गोलाल पुर थाना पिंडरा जोरा जिला बोकारो।

3- राजा गोश्वामी निवासी गोपाल पुर थाना चंदन क्वारी जिला बोकारो।

4- गोवर्धन पुत्र गोरांगो निवासी खीरा बेड़ा थाना पिंडरा जोरा जिला बोकारो।

5- उत्तम गोश्वामी पुत्र सुधीर गोश्वामी गोपाल पुर थाना पिंडरा जोरा जिला बोकारो।

6- डॉक्टर महतो पुत्र गोपाल महतो ग्राम बाबू डीह थाना पिंडरा जोरा जिला बोकारो।

7- सोमनाथ गोश्वामि निवासी पिंडरा जोरा जिला बोकारो।

बिहार- 

1- केदारी यादव पुत्र मुन्ना यादव निवासी बारा चट्टी गया बिहार।

2- सतेंद्र पुत्र मोहन निवासी बजौरा जिला गया बिहार।

पश्चिम बंगाल-

1- मिलन बधोकर निवासी दुम दुमि थाना जनपद पुरलिहा

2- अजीत महतो पुत्र अनिल महतो निवासी उपरावती थाना पुरलिहा।

3- चंदन राजभर पुत्र भिक्ष्कारा राजभर दुंदुमि पुरलिहा।

4- गडेश पुत्र तरु राजो दुमदुमि पुरलिहा।

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