आरयू ब्यूरो,लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी को लेकर कई दिनों से चले आ रहे सस्पेंस को समाजवादी पार्टी ने खत्म कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को ऐलान किया कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को राज्य सभा भेजेंगे। जयंत चौधरी सपा और रालोद के संयुक्त प्रत्याशी होंगे।
राज्यसभा चुनाव के लिए सपा की ओर से बुधवार को कपिल सिब्बल और जावेद अली खान ने नामांकन दाखिल किया था। कहा जा रहा था कि तीसरे उम्मीदवार के रूप में सपा अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उतार सकती है, हालांकि सपा ने आज साफ कर दिया है कि जयंत चौधरी तीसरे उम्मीदवार होंगे। बताया जा रहा है कि सपा डिंपल यादव को आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में उतार सकती है।
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सपा-रालोद गठबंधन भविष्य की रणनीति तैयार की जा रही है। यही कारण है कि यूपी में जून और जुलाई माह में होने वाले राज्यसभा चुनाव में जयंत सिंह को राज्यसभा भेजे जाने की पटकथा लिखी गई। रालोद के हिस्से में आठ विधानसभा सीटें हैं, बाकी वोट सपा के खाते से पूरी की जाएंगी।
यह भी पढ़ें- सपा के समर्थन से राज्यसभा जाएंगे कपिल सिब्बल, नामांकन कर बोले, विपक्ष में रहकर बनाना चाहते हैं गठबंधन
गौरतलब है कि प्रदेश में राज्यसभा की 31 सीटें हैं, जिनमें जून माह में कुछ सीटें खाली होने जा रही है। ऐसे में जून-जुलाई में राज्यसभा के चुनाव होंगे, जिनके जरिए गठबंधन के बड़े चेहरों को सदन का हिस्सा बनाया जाएगा।
मालूम हो कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 111, रालोद ने आठ और सुहैल देव भारतीय समाजवादी पार्टी ने छह सीटें जीती हैं। गठबंधन की कुल 125 सीटों के जरिए सबसे बड़ा विपक्षी है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने से रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने इनकार कर दिया था। इसके बाद अब उनके राज्यसभा की सीढ़ियां चढ़ने की राह बनी है।