आरयू वेब टीम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को देश के इतिहासकारों से अतीत का गौरव सामने लाने को कहा है। शाह ने कहा कि अतीत का गौरव सामने आने से उज्जवल भविष्य के निर्माण में मदद मिलेगी। ईएनटी सर्जन ओमेंद्र रत्नू की पुस्तक ‘महाराष्ट्र: ए थाउजेंड ईयर वार फॉर धर्मा’ का विमोचन करने के मौके पर शाह ने यह बात कही। सर्जन रत्नू का राजस्थान के इतिहास पर अच्छी पकड़ है और उन्होंने मेवाड़ के इतिहास पर कई किताबें लिखी हैं।
गृह मंत्री ने रत्नू से मेवाड़ की संघर्ष गाथा जैसी इतिहास की पुस्तकें लिखनी की सलाह दी। साथ ही कहा कि इस तरह की पुस्तकें ‘संदर्भ ग्रंथ’ के रूप में काम करेंगी। उन्होंने कहा कि अतीत के गौरवशाली इतिहास को सामने लाने की जरूरत है ताकि नई पीढ़ी को उन तथ्यों के बारे में पता चल सके जो अब तक सामने नहीं आई हैं।
शाह ने कहा, ‘इस मंच से मैं यह कहना चाहता हूं कि इतिहास लिखने वाले देश के सभी भाई एवं बहन अतीत के गौरव को पुनर्जीवित करें। मुझे पूरा भरोसा है कि आप यदि देश के गौरव को यदि सामने लाते हैं तो यह उज्जवल भविष्य के निर्माण में मदद करेगा।’
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गृह मंत्री ने कहा कि यह पुस्तक मेवाड़ के महाराणाओं एवं सिसोदिया वंश के महान लड़ाकों की बहादुरी को सामने रखती है। इन दोनों वंशों के बहादुरों ने अपना बलिदान देकर बाहरी आक्रांताओं से देश की सुरक्षा की। गृह मंत्री ने आगे कहा कि इतिहास को सरकार पर निर्भर रहना चाहिए।