आरयू ब्यूरो, लखनऊ। “आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन दिन है। गंगा दशहरा की पावन तिथि है। आज ही के दिन महाराज भगीरथ की कठोर तपस्या के बाद मां गंगा धरती पर उतरी थीं जो दुनिया के सबसे बड़े भूभाग को अपनी जलधारा से सिचिंत करती व उपजाऊ बनाती हैं। महाराज भगीरथ के बाद इस कार्य को अविरल और निर्मल गंगा के नाम पर नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दिया है। हम इसके लिए पीएम मोदी के आभारी हैं।”
ये बातें विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास कार्यक्रम को संबोधित कर कही। इस दौरान सीएम ने बेल का पौधा रोपित कर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ किया।
योगी ने कहा “आज विश्व पर्यावरण दिवस भी है पूरी दुनिया पर्यावरण के कठिन चुनौतियों से जूझ रही है। ये चुनौती मनुष्य द्वारा ही निर्मित चुनौती है और इसके समाधान का मार्ग भी मनुष्य को ही उठाना पड़ेगा और इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे भारतवासियों को आह्वान किया है कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें प्रकृति के साथ एक समन्वय और संवाद बनाना पड़ेगा।
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इस समन्वय और संवाद का नाम उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ दिया। आज उत्तर प्रदेश में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ ये कार्यक्रम आज से लेकर लगातार चलेगा और 23 जून को यदि मानसून प्रदेश में आ जाता है तो इसका एक वृहद रूप प्रदेश में देखने को मिलेगा।” सीएम योगी ने कहा “ इस साल भी 35 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण का लक्ष्य हम लोगों ने इस बार भी रखा है ये क्रम 15 अगस्त तक लगातार चलेगा।”