आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बीते रविवार की रात गोमतीनगर इलाके में मोहम्मद रईस की गोली मारकर हत्या करने के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपित को शनिवार को गोमतीनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने टैंपो स्टैण्ड संचालक पंकज वर्मा को पकड़ने के साथ ही उसके पास से घटना में इस्तेमाल लाइसेंसी बंदूक व इंडिका कार भी बरामद की है। पंकज ने रईस की हत्या के पीछे हर्ष फायरिंग को लेकर उठे विवाद को वजह बताया है। अब गोमतीनगर पुलिस पंकज को जेल भेजने के साथ ही चार अन्य आरोपितों की तलाश कर रही।
एसओ गोमतीनगर अंबर सिंह ने बताया कि मोहम्मद रईस पंकज वर्मा के निशातगंज स्थित आटो स्टैण्ड पर ही नौकरी करता था। रविवार को उनके परिचित संदीप सिंह की बारात खरगापुर स्थित डे नाइट लॉन में आयी थी। जहां दोनों अपने साथी बृजेश, संतोष, वारिस और इमरान के साथ दो गुट में पहुंचे थे। समारोह में शामिल होने से पहले ही सबने जमकर शराब पी रखी थी।
बकौल थानाध्यक्ष पंकज ने पुलिस को बताया कि लॉन के पास ही देर रात अपनी लाइसेंसी डबल बैरल की बंदूक के साथ वह खड़ा था। तभी वहां रईस पहुंचा और हर्ष फायरिंग करने के लिए बंदूक लेने की जिद करने लगा, मना करने पर रईस उसे उल्टा-सीधा बोलने लगा। कर्मचारी से उल्टा-सीधा सुनने और नशे में होने के चलते उसे भी गुस्सा आ गया। जिसके बाद उसने रईस को लात मारकर गिराने के साथ उसके ऊपर दो फॉयर झोंक दिए। पहली गोली रईस के शरीर को रगड़ती हुई निकल गयी, जबकि दूसरी गोली लगने से उसकी मौत हो गयी।
बताते चलें कि रईस की हत्या के बाद उसके बेटे फैसल ने पंकज वर्मा के साथ ही बृजेश, संतोष, वारिस और इमरान पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद से ही पुलिस हत्यारोतिपों की तलाश कर रही थी। पंकज के पकड़े जाने के बाद पुलिस अब बाकी के आरोपितों का पता लगा रही है। एसओ गोमतीनगर के अनुसार बाकी आरोपितों के पकड़े जाने पर उनकी हत्या में किस तरह की भूमिका थी ये भी साफ हो जाएगा।
गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका
शनिवार दोपहर पंकज वर्मा को मुखिबर की सूचना पर गोमतीनगर के मकदूमपुर चौराहे से पकड़ने में एसओ गोमतीनगर अंबर सिंह, एसआइ अरविंद कुमार पाण्डेय के अलावा कांस्टेबल रामानंद यादव, प्रदीप कुमार, अजय कुमार व अमित कुमार की भूमिका शामिल रही।