आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती को तेजी से पूरी करने की ओर कदम बढ़ा रही है, लेकिन 68500 सहायक शिक्षक भर्ती में बची सीटों को लेकर उठ रहे सवाल उसका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। बुधवार को 68500 सहायक शिक्षक भर्ती के बचे हुए हजारों अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर से विधानसभा का घेराव करने पहुंचे थे। हालांकि पहले से ही मुस्तैद पुलिस ने अभ्यर्थियों को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय के पास लाठी के जरिए बल प्रयोग कर खदेड़ दिया।
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पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित 68500 सहायक शिक्षक भर्ती की बची हुई करीब 27 हजार सीटों पर नियुक्ति पाने के लिए महीनों से भटक रहें अभ्यर्थियों ने विधानसभा के पास नारेबाजी करते हुए योगी सरकार और शिक्षा विभाग पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उत्तर प्रदेश बीटीसी प्रशिक्षु शिक्षक संघ के बैनर तले अपनी मांगों को सरकार के सामने रखने के लिए आज लखनऊ पहुंचे अभ्यर्थियों का कहना था कि परीक्षा के बाद नियम बदलकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जो सरासर गलत है।
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अधिकार मांगने पर मिल रही पुलिस की लाठी
प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा के समय 30-33 प्रतिशत पर 68500 सहायक शिक्षक भर्ती पूरी करने की बात कही गयी थी, लेकिन उन लोगों की परीक्षा हो जाने पर नियमों में फेरबदल करते हुए इसे बढ़ाकर 40-40 प्रतिशत कर दिया गया, और अब अपना अधिकार मांगने पर पुलिस लाठी मार रही है। इस दौरान अभ्यर्थियों को किसी अधिकारी से भी नहीं मिलाया जा रहा है।
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पुलिस की लाठी से चार प्रदर्शनकारी घायल
संघ के उपाध्यक्ष आलोक सिंह ने बताया कि प्रदर्शन करने के बाद भी उन लोगों की किसी अधिकारी से मुलाकात नहीं करायी गयी। वहीं पुलिस द्वारा लाठी चलाने पर इलाहाबाद के शशि यादव, अमरेंद्र सिंह, बलरामपुर के राजू रतन गौतम व जालौन के मनोज प्रजापति को चोटें आयीं हैं।
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अभ्यर्थियों के खून से लाल हुई थी राजधानी की सड़कें
बताते चलें कि इससे पहले अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर राजधानी लखनऊ में कई बार प्रदर्शन कर चुकें। इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों पर जहां मुकदमा दर्ज किया गया, वहीं पुलिस की लाठी खाने के चलते कईयों के सिर फूट चुके हैं। बीते दो नवंबर को भी हजारों अभ्यर्थियों ने 68500 सहायक शिक्षक भर्ती की सभी सीटों पर नियुक्ति की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान अभ्यर्थियों को सड़क से हटाने के लिए पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज कर दिया था, जिसमें दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गंभीर चोटें आयीं थीं, जबकि कईयों को अस्पताल तक में भर्ती कराना पड़ा था। इस मामले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व कांग्रेस सहित अन्य दलों ने योगी सरकार पर जमकर हमला भी बोला था।
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जानें क्या है अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगे-
68500 शिक्षक भर्ती के समस्त पद भरे जाए,
सभी अभ्यर्थियों का पुर्नमूल्यांकन हो,
नियुक्ति के संबंध में 21 मई 2018 का शासनादेश लागू किया जाए,
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69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती से पहले 68500 सहायक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया पूरी की जाय,
साथ ही वादे के अनुरूप 30-33 प्रतिशत पर रिजल्ट जारी किया जाए।