आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों की सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाएं इसी महीने के आखिरी सप्ताह से शुरू हो जाएंगी। योगी सरकार इन परीक्षाओं को नकलविहीन, पारदर्शी व व्यवस्थित तरीके से कराने के लिए व्यापक इंतजाम कर रही है। ये जानकारी शनिवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि परीक्षा कराने के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व कुलपतियों को भेज दिए गए हैं।
तैयारी के बारे में बात करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को नकल विहीन एवं पारदर्शी तरीके से कराने के लिए बहु स्तरीय सचल दल तथा टास्क फोर्स का गठन करने, प्रवेश द्वार सहित प्रत्येक परीक्षा कक्ष में कम से कम दो सीसीटीवी कैमरे (वॉइस रिकॉर्डर सहित) लगाया जाना, रिकॉर्डिंग के लिए डीवीआर का होना अनिवार्य होगा, जिसमें रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखी जाएगी।
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उन्होंने आगे बताया कि परीक्षा से जुड़े व्यक्तियों के अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति परीक्षा केंद्र में नहीं जा सकेगा। साथ ही समान प्रबंधतंत्र वाले महाविद्यालयों के केंद्र बनाने व ऐसे केंद्रों पर परीक्षार्थियों के पारस्परिक आवंटन का निषेध होगा व सामान प्रबंध तंत्र के स्टाफ की तैनाती पर रोक होगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्र के दो सौ मीटर तक प्रबंध समिति के व बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर भी पूरी तरह से रोक रहेगी। जिला व विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आपसी समन्वय से हर केंद्र पर एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जाएगा।
वहीं परीक्षा समाप्त होने के दो घंटे के अंदर सीसीटीवी कैमरे की देख-रेख में उत्तर पुस्तिकाएं संग्रहण केंद्र पर जमा करना अनिवार्य होगा। साथ ही उप मुख्यमंत्री ने बताया कि छात्राओं के लिए स्वकेंद्र की स्थिति में बाह्य अतिरिक्त केंद्र अध्यक्ष के साथ कम से कम 50 प्रतिशत स्टाफ बाहरी महाविद्यालय से नियुक्त किए जाएंगे।
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वहीं पिछले साल के डिबार महाविद्यालयों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा, केंद्र बनाने में महाविद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं यथा बिजली, पानी, चहारदीवारी, शौचालय, आदि की भी अनिवार्यता होगी। परीक्षा कक्षों के बाहर कक्ष निरीक्षकों का विवरण, उनके अध्यापन विषय के विवरण उनके फोटो सहित चस्पा किया जाएगा। वहीं खुले में तंबू, कनात एवं टीन शेड में परीक्षा कराने पर रोक होगी।
उप मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए आगे कहा कि शासन स्तर से हर दिन परीक्षा पर कड़ी नजर रखी जाएगी व क्षेत्रीय उच्च शिक्षा सचिव द्वारा दैनिक सूचना का संकलन कर विश्लेषण भी किया जाएगा। इतना ही नहीं किसी भी विधि विरुद्ध गतिविधि में संलिप्त होने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कठोरतम कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।