आरयू वेब टीम। हमारे देश में, अफवाहें तेजी से फैलती हैं। अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए या गैर-जिम्मेदार व्यवहार के कारण विभिन्न लोग विभिन्न अफवाहें फैलाते हैं। शायद टीकाकरण शुरू होने पर अफवाहें फैलाई जाएंगी, कुछ पहले ही शुरू हो चुकी हैं। “मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई एक अज्ञात दुश्मन के खिलाफ है। इस तरह की अफवाहों के बारे में सावधान रहें और जिम्मेदार नागरिक के तौर पर सोशल मीडिया पर बिना चेक करें मैसेज फॉरवर्ड करने से परहेज करें।”
उक्त बातें गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के राजकोट में एम्स का शिलान्यास कर कही। साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि नया साल दस्तक दे रहा। आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है। राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।
इस दौरान पीएम ने साल 2021 के लिए नया मंत्र देते हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “पहले मैं कहता था, दवाई नहीं तो ढिलाई नहीं। अब मैं कह रहा हूं ‘दवाई भी और कड़ाई भी’। साल 2021 के लिए हमारा मंत्र है ‘दवाई भी और कड़ाई भी’।”
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मोदी ने कहा कि कोरोना के टीके को लेकर भारत में सभी जरूरी तैयारियां चल रही हैं और भारत में निर्मित टीका हर घर तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा, ‘‘साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे। लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं। इतना ही नहीं भारत में बना टीका तेजी से हर जरूरी घर तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम चरणों में है।’’ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाने के लिए भारत की तैयारियां जोरों पर है। ‘‘मुझे विश्वास है बीते साल संक्रमण को रोकने के लिए हम ने जिस एकजुटता से प्रयास किए, उसी तरह टीकाकरण को सफल बनाने के लिए भी पूरा भारत एकजुटता से आगे बढ़ेगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने एकजुटता के साथ उचित समय पर प्रभावी कदम उठाए और उसी का परिणाम है कि आज कोरोना के खलाफ लड़ाई में देश बहुत बेहतर स्थिति में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों। वहां करीब एक करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं।’’ मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना भी वह प्रभावी तरीके से कर सकता है।
मोदी न ये भी कहा कि साल 2020 को राजकोट एम्स जैसी एक नई स्वास्थ्य सुविधा के साथ विदाई देना इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने साल के अंतिम दिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में योगदान देने वाले देश के लाखों चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वालों, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं को याद किया और उन्हें नमन किया जिन्होंने इसमें प्राण न्योछावर कर दिए।