अखिलेश का बड़ा आरोप, भोली-भाली जनता को भावनात्‍मक मुद्दों के जरिए फंसाती है भाजपा

भ्रष्‍टाचार के खिलाफ
अखिलेश यादव। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला है। आज अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा भावनात्‍मक मुद्दों के जरिए भोली-भाली जनता को फंसाती है। अपने एक बयान में अखिलेश ने तर्क देते हुए कहा कि भाजपा ने देश की जनता का भरोसा तोड़ा है। उसने गरीबों, किसानों और मजदूरों को जो सपना दिखाया था वह टूट गया है।

वहीं योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 70 हजार से ज्यादा बसें थी, लेकिन लॉकडाउन में पैदल चलते-चलते मजदूरों की जान चली गयी। योगी सरकार चाहती तो, यूपी ही नहीं झारखंड बिहार और इधर से गुजरने वाले अन्य राज्यों के मजदूर को भी पैदल नहीं चलना पड़ता।

यह भी पढ़ें- CM योगी ने कहा, दूसरे राज्यों को मैनपावर चाहिए तो पहले मुझसे लेनी होगी परमिशन

साथ ही अखिलेश ने दूसरे राज्‍यों में मजदूरों को काम करने से पहले सीएम योगी से इजाजत लेने वाले बयान पर कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्रमिकों के संबंध में जो फैसला लिया, वह गलत है। श्रमिकों के लिए कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए वह देश के किसी भी राज्य में जाकर काम करना चाहते हैं तो उन्‍हें इसकी आजादी संविधान ने दी है। सरकार को यह फैसला वापस लेना चाहिए। जब यूपी सरकार के पास एक एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज का विभाग था तो सरकार को नया आयोग बनाने की क्या जरूरत है। इसमें कोई नया आयोग बनाने की नहीं, बल्कि लोगों को अधिक से अधिक संख्या में रोजगार देने की जरूरत है जिससे उनका जीवन यापन हो सके।

यह भी पढ़ें- 11 लाख प्रवासी श्रमिकों को मिलेगा रोजगार, CM योगी ने साइन किया एमओयू

सपा अध्‍यक्ष ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री रोज बयान बदल रहें हैं। कभी कहते हैं कि 50 लाख को रोजगार दिया, कभी कहते हैं कि दस लाख को दिया, कभी कहते हैं कि ढाई लाख को दिया। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री सिर्फ एमओयू करते हैं। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में दो इन्वेस्टर मीट हुई चार लाख करोड़ के एमओयू किया, लेकिन कितने लोगों को रोजगार मिला और कितना निवेश हुआ?

यह भी पढ़ें- प्रियंका ने CM योगी से पूछा, श्रमिकों की मद्द के बजाए क्या श्रम को बंधुआ बनाएगी सरकार?

हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में गरीब भूखों मर गए, किसान बर्बाद हो रहे हैं। किसानों को गेहूं का मूल्य नहीं मिला। गन्ना किसानों का बकाया नहीं मिल रहा है। भाजपा ने अच्छे दिन के जो सपने दिखाए थे वह पिछले छह सालों में क्या पूरे हुए? आज भाजपा को कुछ सोचना चाहिए कि वह अच्छे दिन वाले सपने कब पूरे होंगे? मोदी सरकार ने छह वर्ष में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। अच्छे दिनों के जनादेश का क्या हुआ? गरीब को खाना क्यों नहीं मिलता? भाजपा सरकार से जनता का भरोसा टूटा है। भाजपा सरकारें विश्‍वासघात करने की कीमत चुकाने के लिए तैयार रहें।

यह भी पढ़ें- PM मोदी ने जनता को पत्र लिख गिनाई छह साल की उपलब्धियां, कहा कोरोना के खिलाफ लंबी है लड़ाई

सपा अध्‍यक्ष ने कहा कि बीजेपी सरकार में देश की अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब थी, लेकिन कोविड-19 महामारी आने के बाद से अर्थव्यवस्था फ्रीफाल हो रही है। ऐसी स्थिति में लोगों को रोजगार कहां से मिलेगा?

यह भी पढ़ें- बड़े व कड़े फैसलों के लिए जाना जाएगा मोदी सरकार-2 का पहला साल: केशव मौर्य