आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को बड़ा फैसला किया है। उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। वहीं आज समाजवादी पार्टी कार्यालय में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव से मुलाकात की है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक के बाद बड़ा फैसला लेते हुए तत्काल प्रभाव से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को छोड़कर, उत्तर प्रदेश व जिला स्तर पर सभी युवा व जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया। अखिलेश यादव ने पदाधिकारियों के साथ बैठक करके प्रदेश की सभी यूथ और जिला इकाइयां भंग कर दी हैं।
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अब नए सिरे से पार्टी नए लोगों को जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रही है। फिलहाल यह बदलाव अभी प्रदेश स्तर पर किया गया है। माना जा रहा है कि अब जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर भी पार्टी में बड़े बदलाव हो सकते हैं। पार्टी में नए सिरे से प्रदेश के अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और प्रवक्ता समेत अन्य पदाधिकारी चुने जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर पार्टी अध्यक्ष कड़ी तैयारी कर रहे हैं। प्रदेश में कुछ दिनों में ही 13 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी के मद्देनजर पार्टी की इकाइयां भंग की गई हैं। बताया जा रहा है कि उपचुनाव के समीकरणों को देखते हुए समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों को चुना जाएगा।
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मालूम हो कि लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आते ही अखिलेश यादव ने सबसे पहले प्रवक्ता का पैनल भंग कर दिया था। प्रवक्ताओं को निर्देश जारी किए गए थे कि कोई भी मीडिया में पार्टी की तरफ से कोई भी अधिकृत बयान जारी नहीं करेगा। हर किसी को मीडिया से दूर रहने की हिदायत दी गई थी। तब से पार्टी में प्रवक्ताओं का पैनल भंग चल रहा है।
राजभर की अखिलेश से मुलाकात के बाद कयासों का दौर जारी
दूसरी ओर यूपी में 13 विधानसभा सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच लंबी वार्ता हुई। जिसके बाद से कयास लगाया जा रहा है कि दोनों पार्टी उप चुनाव में गठबंधन कर सकती हैं। इनके बीच भेंट के दौरान काफी देर तक सपा कार्यालय में बड़ी हलचल रही। ऐसा माना जा रहा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अब समाजवादी पार्टी के साथ आ सकती है। अब विधानसभा उपचुनाव में सपा के साथ एसबीएसपी मिलकर चुनाव लड़ सकती है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 23, 2019