अखिलेश ने योगी सरकार के बजट को बताया बड़ा ढोल, “आवाज बहुत पर अंदर से खाली”

अखिलेश यादव
प्रेसवार्ता में योगी सरकार पर निशाना साधते अखिलेश यादव साथ में राजेंद्र चौधरी।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए आठ लाख आठ हजार 736 करोड़ छह लाख रुपये का बजट पेश किया। जिसे निशाने पर लेते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश ने कहा यह बजट नहीं बड़ा ढोल है। आवाज तो बहुत है पर अंदर से खाली है। यह बजट खोखला है। इसकी झोली खाली है।

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समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के नौवे बजट में भी पहले के बजट की तरह कोई विजन नहीं है। बजट में कोई रोड मैप नहीं है कि उत्तर प्रदेश को किस दिशा में ले जाना है। इस बजट का भाजपा के घोषणा पत्र से भी कोई तालमेल नहीं है। बजट में कोई स्पष्टता नहीं है कि किसानों, नौजवानों के लिए क्या करना है। ये बजट नहीं बड़ा ढोल है। आवाज तो बहुत है पर अंदर से खाली है। यह बजट खोखला है। इसकी झोली खाली है।

बेरोजगारों की आंखों के आगे अंधेरा

योगी सरकार पर निशाना साधते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि बजट देखकर किसानों की उम्मीद का खेत सूख गया है। महिलाओं के माथे पर घर चलाने की चिंता की लकीरे और बढ़ गयी है। बेरोजगारों की आंखों के आगे अंधेरा छा गया है। बजट देखकर व्यापारी कारोबारी और मंडी की मार और गहरा गयी है। विधानसभा में मेज पीटने वाले भाजपा के विधायकों और मंत्रियों के गले बजट देखकर सूख गये, क्योंकि अपने विधानसभा क्षेत्र में उन्हें ही बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा। उन्हें जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा।

जुमला मंत्रालय के लिए कितना बजट दिया

इतना ही नहीं बजट में महंगाई, बेरोजगारी दूर करने के लिए कुछ नहीं है। इस बजट में महंगाई, बेरोजगारी से जूझ रहे लोगों के लिए कुछ नहीं है। बजट देखकर बुनकरों का तानाबाना रूक गया है। जनता पूछ रही है कि जुमला मंत्रालय के लिए कितना बजट दिया गया है? भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में जो वादे किये थे वह बजट में कहीं दिखाई नहीं दिए। किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली का वादा, 25 हजार करोड़ की लागत के साथ एग्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड बनाने की बात थी। छात्रों को लैपटॉप देने का वादा था। भाजपा के वादों का क्या हुआ, यह सब वादे बजट में अभी तक नहीं आया।

…उस वादे का क्या हुआ

अखिलेश ने आगे कहा कि योगी सरकार में बुन्देलखंड का मूंगफली का किसान बर्बाद हो गया। भाजपा ने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा किया था, उस वादे का क्या हुआ। समाजवादी पार्टी सरकार ने किसानों के लिए मंडियों का निर्माण किया था इस सरकार ने उन्हें चौपट कर दिया। गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में देने का वादा था भुगतान न होने पर ब्याज समेत भुगतान दिलाने का वादा किया था। किसान इंतजार करता रह गया है।

शिक्षा व्यवस्था को कर दिया बर्बाद 

हमला जारी रखते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि इस सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया। विश्वविद्यालय बजट के लिए रो रहे है। देश में 11 लाख प्राथमिक विद्यालय बंद हो गये। उसमें से सबसे ज्यादा यूपी में बंद हो गये। पूरे स्वास्थ्य विभाग को खुद इलाज की जरूरत है। सरकार लोगों को इलाज नहीं देना चाहती है। सरकार चाहती है कि उनके प्राइवेट पार्टनर इलाज दे। वहीं वित्तमंत्री के गृह क्षेत्र को मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाएं और स्टाफ नहीं है। हार्ट, किडनी, शुगर, कैंसर समेत तमाम बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। गरीबों को इनका इलाज नहीं मिल पा रहा है।

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