अयोध्‍या में प्रधान पुत्र की गोली मारकर हत्‍या, भाजपा विधायक और पुलिस पर लगा आरोप

प्रधान पुत्र की हत्या
अजय सिंह।

आरयू संवाददाता, 

अयोध्‍या। शनिवार की शाम अयोध्‍या के कैंट इलाके में प्रधान शीला सिंह के पुत्र अजय सिंह की बदमाशों ने उनके घर में ही गोली मारकर हत्‍या कर दी। घटना के समय अजय घर में अकेले थे। परिजनों ने गोसाईगंज सीट से भाजपा विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ऊर्फ खब्‍बू तिवारी पर हत्‍या कराने का आरोप लगाया है। साथ ही पुलिस पर भी आरोप लगाया है कि शिकायत करने के बाद भी सत्‍ता के दबाव में उसने कार्रवाई नहीं कि जिसके चलते अजय को अपनी जान गंवानी पड़ी।

वहीं पुलिस अब मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच करने की बात कह रही है। अजय विद्युत व अन्‍य विभागों में ठेकेदारी करते थे, किसी ठेके दौरान विवाद की बात भी सामने आ रही है।

बताया जा रहा है कि हैदरगंज क्षेत्र बैतीकला गांव की प्रधान शीला सिंह के छोटे बेले अजय प्रताप सिंह उर्फ सोनू कैंट कोतवाली की कॉलोनी कौशलपुरी फेज-दो स्थित अपने आवास में पत्‍नी रिंपल व तीन बेटियों व एक बेटे के साथ रहते थे।

यह भी पढ़ें- दीपोत्सव में योगी का एलान, अब अयोध्‍या के नाम से जाना जाएगा फैजाबाद

आज उनकी पत्‍नी घर पर नहीं थीं, जबकि मां शीला उनके बच्‍चों को लेकर बाजार गयी थीं, अजय घर में अकेले ही थे। शाम को शीला सिंह वापस लौटी तो अजय के कमरे का दरवाजा खुला था और वो बिस्‍तर के पास लहूलुहान हालत में पड़े थे, उनके माथे के ठीक ऊपर सिर में बीचो बीच गोली मारी गयी थी।

प्रधान पुत्र की हत्या

अजय का ये हाल देख शीला सिंह के साथ ही बच्‍चे भी रोने-चीखने लगे। आवाज सुनकर वहां पहुंचे पड़ोसियों ने अजय को जिला अस्‍पताल पहुंचाया। जहां डॉक्‍टरों ने जांच के बाद उन्‍हें मृत घोषित कर दिया।

यह भी पढ़ें- यूपी में बसपा नेता व चालक को बदमाशों ने सरेराह गोलियों से भूना, दोहरे हत्‍याकांड से समर्थकों में रोष, फॉयरिंग में दो राहगीर भी घायल

दूसरी ओर घटना की जानकारी लगने पर वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार, एसपीसिटी अनिल सिंह सिसौदिया, सीओ सिटी धनंजय कुशवाहा सहित पुलिस के कई अफसर अस्‍पताल और घटनास्‍थल पर पहुंचें।

ग्राम प्रधान शीला सिंह और भांजे अविनाश सिंह ने मीडिया को बताया कि कुछ दिन पहले ही गोसाईगंज सीट से भाजपा विधायक खब्‍बू तिवारी की गाड़ी से अजय को टोल प्‍लाजा पर घेरा गया था। इस दौरान विधायक ने उन्‍हें जान से मारने की धमकी दी थी, जबकि उनके गनर ने भी कहा था कि अभी दो गोली मार दूंगा। जिसकी शिकायत भी उन्‍होंने पुलिस के अधिकारियों से की थी, लेकिन सत्‍ता के दबाव और हम लोगों की सपा के लोगों से नजदीकियों के चलते कोई सुनवाई नहीं की गयी। जिसका अंजाम ये हुआ कि मौसा की हत्‍या कर दी गयी। साथ ही परिजनों ने आशंका जताते हुए कहा कि योगी सरकार में हम लोगों के साथ आगे भी अत्‍याचार हो सकता है।

यह भी पढ़ें- बाइक टकराने पर पुराने लखनऊ में युवक की गोली मारकर हत्‍या, हवाई फायरिंग कर पुलिस चौकी के सामने से भागे बदमाश