भारत की सेना दस दिन में पडो़सी को चटा सकती हैं धूल: प्रधानमंत्री

नेशनल कैडिट कोर्प्स
कैडिट रैली को संबोधित करते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। कुछ राजनीतिक दल नागरिकता कानून का विरोध केवल वोट बैंक की राजनीतिक के लिए कर रहे हैं। पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को शरण देना हमारी प्राथमिकता है। एनसीसी देश की युवाशक्ति में अनुशासन दृढ़ निश्चय और देश के प्रति समर्पित की भावना को मजबूत करने का बहुत सशक्त मंच है। ये भावनाएं देश के विकास के साथ सीधी-सीधी जुड़ी हैं।

उक्‍त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में आयोजित नेशनल कैडिट कोर्प्स की रैली में कही। साथ ही प्रधानमंत्रीने ये भी कहा कि पडो़सी को भारत की सेना दस दिन में धूल चटा सकती है। आज विश्‍व में हमारे देश की पहचान, युवा देश के रूप में है। देश के 65 परसेंट से ज्यादा लोग 35 वर्ष से कम उम्र के हैं। देश युवा है, इसका हमें गर्व है लेकिन देश की सोच युवा हो, ये हमारा दायित्व होना चाहिए।

यह भी पढ़ें- परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने दिए छात्रों को परीक्षा से पहले तनाव दूर करने के मंत्र

इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि हमने सिर्फ वोट बैंक के लिए जम्मू कश्मीर से 370 नहीं हटाया। पिछली सरकारों ने जम्मू कश्मीर के लिए कुछ नहीं किया। हम आतंकवाद वाला कश्मीर देश को नहीं दे सकते हैं। कश्मीर को आतंक ने तबाह कर दिया था। कश्मीर के लाखों लोगों को एक दिन में घर छोड़ना पड़ा था। पीएम ने कहा, ‘हमारी सेना जब आतंकियों पर एक्शन के लिए कहती तो उसे टाल दिया जाता था, लेकिन आज युवा सोच है। युवा मन के साथ देश आगे बढ़ रहा है, इसलिए वो सर्जिकल स्ट्राइक करता है, एयर स्ट्राइक करता है और आतंक के सरपरस्तों को उनके घर में जाकर सबक सिखाता है…

मोदी ने कहा कि 30 साल से ज्यादा समय से हमारी वायुसेना में एक भी नेक्स्ट जेनरेशन फाइटर प्लेन नहीं जुड़ा, क्योंकि जिन लोगों पर जिम्मेदारी थी उन्हें चिंता ही नहीं थी। देश को अब तीन दशक के इंतजार के बाद नेक्स्ट जनेरेशन फाइटर प्लेन रफाइल मिल गया है। जब पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों को हमारी सेना ने बंदी बनाया था। उस वक्त देश कुछ भी तय कर सकता था। कोई भी शर्त रख सकता था। हम करतारपुर साहिब भारत में ले सकते थे। लेकिन यह भी संभव नहीं हो सका।’

यह भी पढ़ें- CAA नागरिकता लेने नहीं, नागरिकता देने का है कानून: प्रधानमंत्री